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कटनी कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री अवि प्रसाद माकपोल देखने सुबह से कर रहे मतदान केंद्रों का निरीक्षण, मतदाताओं से मतदान अवश्य करने की कर रहे अपील

कलयुग की कलम से सोनू त्रिपाठी

कटनी- कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री अवि प्रसाद ने आज शुक्रवार की अलसुबह से मतदान केन्द्रों में घूम -घूम कर मतदान शुरू होने के पहले हुए माकपोल प्रक्रिया का अवलोकन किया। जिले के सभी 1164 मतदान केंद्रों में माकपोल प्रातः 5.30बजे से 6बजे के बीच शुरू हुआ और प्रातः करीब 6.30 बजे तक माकपोल की प्रक्रिया संपन्न हो गई। इसके बाद सी आर सी की गई । आज शुक्रवार को प्रातः 7 बजे से मतदान शुरू हो गया, जो शाम 6बजे तक चलेगा। कलेक्टर श्री प्रसाद ने सभी मतदाताओं से मतदान अवश्य करने और लोगों को भी मतदान करने हेतु प्रेरित करने की अपील की है।

मतदान केन्द्र में वास्तविक मतदान प्रारंभ करने के तकरीबन डेढ़ घंटे पहले मॉक पोल (दिखावटी मतदान) किया गया। निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार मॉक पोल में कम से कम 50 मतों के होने और इसमे उम्मीदवारों के मतदान अभिकर्ताओं की मौजूदगी के नियम का पालन किया गया।
माकपोल के बाद पीठासीन अधिकारियों ने मॉक पोल के परिणामों से मतदान अभिकर्ताओं को अवगत कराया । निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार प्रत्येक मतदान केंद्र के पीठासीन अधिकारी मतदान प्रारंभ होने के डेढ़ घंटे पूर्व मॉक पोल (दिखावटी मतदान) कराते हैं। मॉक पोल प्रारम्भ करते समय कम से कम दो अभ्यर्थियों के मतदान अभिकर्त्ता उपस्थित रहना चाहिये । यदि मॉक पोल के समय कोई भी मतदान अभिकर्त्ता उपस्थित न हो, ऐसी स्थिति में पीठासीन अधिकारी अधिक से अधिक 15 मिनट मॉक पोल शुरू करने के लिये प्रतीक्षा करता है, और यदि तब भी कोई मतदान अभिकर्त्ता नहीं आते हैं तो पीठासीन अधिकारी मॉक पोल शुरू कर सकते हैं । मॉक पोल में यह सुनिश्चित किया जाता है कि मतदान कोष्ठ में सभी अभ्यर्थियों के लिए मत डाले गये हैं ।

निर्वाचन आयोग के अनुसार मॉक पोल (दिखावटी मतदान) प्रारंभ करने के पहले ईव्हीएम की बैलेट यूनिट तथा वीवीपेट को मतदान प्रकोष्ठ में रखना होता है,जबकि ईव्हीएम की कंट्रोल यूनिट को पीठासीन अधिकारी अथवा उस मतदान अधिकारी के टेबल पर रखना होता है, जो बैलेट यूनिट और व्हीव्हीपेट मशीन सही प्रकार से जोड़ने के बाद कंट्रोल यूनिट का इस्तेमाल करेगा।
मॉक पोल में डाले गये मतों का अभिलेख पीठासीन अधिकारी अथवा मतदान अधिकारी रखते हैं। मॉक पोल की व्हीव्हीपेट की पर्चियों को भी इनके पीछे के भाग में “मॉक पोल पर्ची” की रबर सील लगाई जाती है और इन पर्चियों को मोटे काले कागज के लिफाफे में रखकर पीठासीन अधिकारी की सील से मुहरबन्द कर और हस्ताक्षर कर सुरक्षित रखा जाता है ।

सी आर सी प्रक्रिया

माकपोल के बाद क्लीयर रिजल्ट क्लोज (सीआरसी) की गई। यह वह प्रक्रिया है जब मतदान केंद्र में मशीन परीक्षण के लिए मॉकपोल में प्रयोग के लिए लाई जाती है। वोटिंग के बाद मशीन में डाटा क्लीयर कर इवीएम को मतदान के लिए तैयार किया जाता है।

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