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भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए दीपक जोशी कांग्रेस प्रत्याशी के काफिले पर खातेगांव के पास हमला, काले झंडे भी दिखाए

कलयुग की कलम से रामेश्वर त्रिपाठी

भोपाल/देवास- भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुए दीपक जोशी के काफिले पर शनिवार को हमला हो गया। स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी उनके काफिले को रोककर वाहन में तोड़फोड़ कर दी। इस दौरान बड़ी संख्या में मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने काले झंडे भी दिखाए। काफी देर तक अफरा-तफरी का माहौल था।
खातेगांव से कांग्रेस प्रत्याशी बनाए गए दीपक जोशी के काफिले पर शनिवार को दोपहर में हमला हो गया। स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी उनके काफिले को रोककर वाहनों में तोड़फोड़ कर दी। दीपक जोशी की कार का कांच भी फूट गया। स्थानीय कार्यकर्ता नारे लगाते हुए काले झंडे दिखा रहे थे। वे कांग्रेस में आकर दीपक जोशी को टिकट दिए जाने का विरोध कर रहे थे। अफरा तफरी के बीच दीपक जोशी अपने वाहन से बाहर उतरे और कार्यकर्ताओं से बात करने की कोशिश की लेकिन वे नारे लगा रहे थे। काफी देर तक वे कार्यकर्ताओं से घिर गए थे। इसके बाद वे अपने वाहन में बैठकर रवाना हो गए।
गौरतलब है कि कुछ माह पहले ही दीपक जोशी भाजपा को छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए हैं। दीपक जोशी भाजपा में अपनी उपेक्षा से नाराज थे। दीपक जोशी के पिता कैलाश जोशी मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं।

खातेगांव में असंतोष, दावेदार बोले- जोशी का जीतना असंभव

खातेगांव. कांग्रेस ने गुरुवार रात जारी की प्रत्याशियों की सूची में खातेगांव विधानसभा से भाजपा सरकार में मंत्री रहे दीपक जोशी को प्रत्याशी घोषित किया है। जोशी का जब दावेदारों में नाम चल रहा था तब से ही उनका विरोध हो रहा है। गुरुवार रात सूची में नाम आते ही सोशल मीडिया पर जोशी का विरोध शुरू हो गया था। इसके बाद शुक्रवार को जोशी का खुलकर विरोध शुरू हो गया। कुछ जगहों पर नारेबाजी कर उनका पुतला जलाया गया तो कुछ जगहों पर बैनर लगाकर गांव में उनका प्रवेश निषेध बताया गया। वहीं कांग्रेस से दावेदार रहे वरिष्ठ नेता लक्ष्मीनारायण बंडावाला सहित कई पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने इस्तीफे दिए। हालांकि शुक्रवार को जोशी क्षेत्र में नहीं पहुंचे।

समझाइश दे रहे हैं

उधर मामले में खातेगांव ब्लॉक अध्यक्ष बिश्नोई ने बताया कि टिकट घोषित होने के बाद कई पदाधिकारियों के फोन आए हैं। उन्होंने विरोध दर्ज करते हुए इस्तीफा स्वीकार करने की मांग की है। वॉट्सऐप पर कई लोगों ने इस्तीफा भेजा है। मैं अपनी व संगठन की ओर से समझाइश दे रहा हूं। जानकारी कांग्रेस कमेटी व जिलाध्यक्ष को भेजी जा रही है। हाईकमान ही निर्णय करेगा। वरिष्ठ नेता बंडावाला से मैं व्यक्तिगत मिलकर चर्चा करूंगा।

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