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कांग्रेस ने सिहोरा विधानसभा से युवा उम्मीदवार एकता ठाकुर का नाम देकर सबको चौंकाया, जिला पंचायत चुनाव में थीं बड़ा चेहरा
कलयुग की कलम से सोनू त्रिपाठी की रिपोर्ट

जबलपुर- विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की पहली सूची रविवार को जारी हुई, तो सिहोरा से युवा उम्मीदवार एकता ठाकुर को मौका देकर सबको चौंका दिया। जिले के चारों विधायकों ने पार्टी ने फिर से भरोसा जताया है। जबलपुर पश्चिम से सांसद राकेश सिंह के सामने विधायक तरुण भनोत चेहरा होंगे। पार्टी ने आठ में से छह सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिए। लेकिन हारी सीट पनागर और केंट सीट को होल्ड पर रखा है।
कांग्रेस ने सिहोरा से एकता ठाकुर का नाम चौंका जरूर रहा है। लेकिन, उनकी तगड़ी दावेदारी थी। जिला पंचायत चुनाव में जीत हासिल करने के बाद एकता बड़ा चेहरा बन गई थीं। हालांकि, इनके नाम को लेकर कुछ बडे दावेदारों में असंतोष है। कहा जा रहा है कि कई बड़े नामों को दरकिनार किया गया है। उधर, पाटन से पार्टी ने पूर्व विधायक नीलेश अवस्थी पर ही भरोसा जताया है। उन्होंने 2013 के चुनाव में तत्कालीन मंत्री व मौजूदा विधायक व भाजपा उम्मीदवार अजय विश्नोई को हराया था।
सक्रियता पर मुहर
पश्चिम से विधायक तरुण भनोत, पूर्व से विधायक लखन घनघोरिया, उत्तर से विधायक विनय सक्सेना व बरगी से विधायक संजय यादव उम्मीदवारी को कोई चुनौती नहीं थी। माना जा रहा था कि इन चारों विधायकों की सक्रियता पर ही नेतृत्व ने मुहर लगाई है। उम्मीदवारी घोषित करने में कोई परेशानी नहीं हुई।इनके टिकट पहले से ही तय माने जा रहे थे। कमलनाथ ने सभी को तैयारी करने के निर्देश दे दिए थे।
पनागर में दो के बीच मुकाबला
पनागर विधानसभा में कांग्रेस में नाम तय होने के बाद पेंच फंस गया है। यहां से प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने सर्वे के बाद एक नाम तय कर दिया था। लेकिन, इस बीच सेवादल के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने एक पदाधिकारी के नाम की सिफारिश कर दी है। इसे लेकर पेंच फंस गया। सूत्र बताते हैँ कि इस सीट पर सहमति बनाने की कोशिश की जा रही है। इसके लिए जो एक दावेदार को संगठन में महत्वपूर्ण पद देने की तैयारी भी है। कांग्रेस ने यहां 2003 के बाद से जीत हासिल नहीं की है। इस स्थिति में पार्टी यहां किसी भी प्रकार का जोखिम लेना नहीं चाह रही।
भाजपा में उत्तर और सिहोरा से दो-दो नाम जबलपुर
सिहोरा और उत्तर विधानसभा से कांग्रेस के उम्मीदवारों के नाम सामने आने के साथ ही अब भाजपा ने भी अंदरखाने तस्वीर साफ कर ली है। दोनों ही सीटों से नाम तय बताए जा रहे हैं। यहां भी पार्टी पुराने चेहरों पर ही भरोसा जता सकती है। हलांकि अभी दो-दो नामों की चर्चा है।
सूत्र बताते हैं कि पार्टी को एक सीट महिला उम्मीदवार को देना है। इसमें अब सिहोरा विधानसभा महिला उम्मीदवार के खाते में जा सकती है। यहां से मौजूदा विधायक की दावेदारी, सबसे मजबूत है। इसके अलावा एक अन्य युवा मोर्चा की महिला पदाधिकारी भी यहां दावेदारी की दौड़ में हैं। मध्य विधानसभा में एक समय दावेदारों की लम्बी लिस्ट थी। लेकिन, अब यहां कई दावेदार टिकट की दौड़ से बाहर हो गए हैं। सूत्र बताते हैं कि सिहोरा से महिला उम्मीदवार को टिकट मिलने की स्थिति में यहां से पार्टी चिरपरिचित चेहरे को मौका दे सकती है। इसके पीछे पिछले चुनाव में हारजीत का कम अंतर भी आधार बताया जा सकता है। यदि ये रेस से बाहर हुए, तो यहां से भी कोई चौकाने वाला नाम सामने आ सकता है।