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जबलपुर जिले में तीन ज्वेलर्स पर स्टेट जीएसटी एंटी इवेजन ब्यूरो की टीम का छापा, खरीदी और बिक्री में मिले अंतर के आधार पर दुकान के अलावा ज्वेलर्स के घर पर भी पहुंची जांच टीम
कलयुग की कलम से रामेश्वर त्रिपाठी की रिपोर्ट

जबलपुर. शहर के तीन ज्वेलर्स पर गुरुवार को स्टेट जीएसटी एंटी इवेजन ब्यूरो की टीम ने छापा मारा। खरीदी और बिक्री में मिले अंतर के आधार पर एक साथ टीम दुकान के अलावा ज्वेलर्स के घर पर जांच के लिए पहुंची। जीएसटी की टीम राइट टाउन स्थित भूरा ज्वेल्स सुनिधि और भूरा ज्वेल्स अक्षयनिधि के अलावा सराफा बाजार में ख़ुशालचंद निर्मल कुमार ज्वेलर्स के यहां सेवा कर अधिनियम की धारा 67 (2) के तहत जांच कर रही है।
एंटी इवेजन ब्यूरो की टीम कर रही जांच
कारोबारियों ने जितनी खरीदी सोना और चांदी की है इतनी बिक्री नहीं बताई थी। दोनों में काफी अंतर मिलने के कारण मुख्यालय की तरफ से जांच करने के आदेश दिए गए थे।जीएसटी की टीम अभी स्टॉक का आकलन कर रही है। इसके बाद उसका मूल्यांकन किया जाएगा। छोटे-छोटे आइटम की कीमत और वजन निकालने में जीएसटी की टीम को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।
अलग-अलग पार्टनर
खुशालचंद निर्मलकुमार में सहायक आयुक्त रविन्द्र सनोडिया, अक्षयनिधि में सहायक आयुक्त अरविंद खटीक और सुनिधि में सहायक आयुक्त मनीष जैन जांच कर रहे हैं। तीनों फर्मों के अलग-अलग पार्टनर हैं। सूत्रों के अनुसार खुशालचंद निर्मल कुमार में मोनीश भूरा, राजेश कुमार, मुकेश कुमार, ज्योति और प्रीति भूरा पार्टनर हैं। अक्षय निधि में अशोक कुमार, रचना भूरा, आभास, अंकित, आदर्श और नीति भूरा तथा सुनिधि में सार्थक भूरा, सुनील कुमार, संदीप कुमार और संभावित भूरा पार्टनर हैं।
तीनों सराफा कारोबारी की रिटर्न में गड़बड़ियां मिलने के आधार पर छापे की कार्रवाई की जा रही है। ज्वेलरी का स्टॉक लेने के बाद उसका मूल्यांकन किया जाएगा। इसी आधार पर टैक्स और पेनाल्टी की राशि तय की जाएगी।
– गणेश सिंह कंवर, ज्वाइंट कमिश्नर, एंटी इवेजन ब्यूरो