KKK NEWS आस्था का प्रतीक संतों एवं ग्रामीण जनों के सहयोग से माता शबरी की मूर्ति की स्थापना पांचे पंचमी को संपन्न होगी लोगों में हर्ष
कलयुग की कलम से राकेश यादव

आस्था का प्रतीक संतों एवं ग्रामीण जनों के सहयोग से माता शबरी की मूर्ति की स्थापना पांचे पंचमी को संपन्न होगी
मध्य प्रदेश कटनी-ढीमरखेड़ा तहसील के उमरिया पान बम्हनी मैं महावीर मंदिर के सामने वाली पहाड़ी पर पंचमी दिन गुरुवार 19 तारीख को पूर्वजों द्वारा माता शिवरी का शिलालेख चबूतरा बनाकर रखा गया था पूर्व के आदिवासी कुदवारी गांव के पुरखे बताते हैं कि यहां पर पहले आदिवासियों की शादी विवाह भी हुआ करते थे
संत गुबरा वाले गुड्डा महाराज
ज्ञात हो कि 3 वर्ष पहले ग्राम पंचायत बम्हनी के पूर्व जनपद सदस्य भारत लाल यादव ने अपने फंड से राशि देकर महावीर के सामने पहाड़ी पर छतरी एवं चबूतरे का निर्माण कार्य कराया था बहुत दिनों से कुदवारी गांव के ग्रामीणों की आस्था थी कि यहां पर पूर्वजों द्वारा जो मूर्ति अकार की पत्थर की सिला है उसको हटाकर वहां पर शबरी माता की मूर्ति की स्थापना की जाए
सबरी माता का स्थल जहां पर स्थापना होगी
20 वर्ष पहले गुबरा वाले दादाजी जो बम्हनी महावीर आश्रम में निवास रथ हैं उन्होंने पहल की थी शिवरी आश्रम के लिए सीढ़ियां बनाने की लगभग आधी सीढ़ियां बन चुकी हैं संत जी ने बताया कि हमने पहल कर दी है और आगे जो भी सहयोग बनेगा वह करेंगे और सब ग्रामीण लोग मिलकर शबरी माता की मूर्ति की स्थापना करें
जैसे कि हम सभी जानते हैं हमारे धार्मिक ग्रंथ एवं रामायण में उल्लेख किया गया है शबरी माता ने श्री राम लक्ष्मण सीता जी जब वनवास गए थे और वह जब भटकते भटकते सबरी आश्रम पहुंचे तो माता ने प्रभु श्री राम के आगमन पर खुश होकर प्रभु के लिए बेर खट्टी ना हो इसलिए उन्होंने चख कर मीठे-मीठे बेर प्रभु श्री रामचंद्र जी को खिलाए थे
शबरी माता की मूर्ति की स्थापना को लेकर क्षेत्र में एवं ग्रामीण जनों में अपार खुशी है पूरे क्षेत्र के लिए गौरव का विषय है अभी तक अपने क्षेत्र में कहीं भी शिवरी माता का आश्रम नहीं है संत गुबरा वाले संत गुड्डा महाराज भक्तत तिवारी जी समाजसेवी राकेश यादव रामनाथ आदिवासी मुन्ना आदिवासी चौकड़ी अज्जू नदी छोटू विनोद कमलेश मौजीलाल भूरा आदि लोगों ने हर्ष व्यक्त किया है