नए सिरे से किया आवंटन
ई-विवेचना के लिए पहले टैबलेट थाना प्रभारियों को आवंटित किए गए थे। थाना प्रभारियों ने इसका आवंटन थाने में किया। लेकिन इसके जरिए ई-विवेचना नहीं हो रही थी। दिसम्बर के अंतिम सप्ताह में समीक्षा के बाद एसपी आदित्य प्रताप सिंह के निर्देश पर थानों से सभी टैबलेट पुलिस अधीक्षक कार्यालय की सीसीटीएनएस शाखा में बुलाकर नए सिरे से आवंटन किया गया। इसके बाद ई- विचेचना में तेजी आई।
दो थानों में नहीं टैबलेट
सीसीटीएनएस प्रभारी एएसआइ सुनील दुबे ने बताया कि शहरी क्षेत्र में विजय नगर और देहात क्षेत्र के कटंगी थाने में ई-विवेचना के लिए टैबलेट नहीं है। जबकि गोहलपुर, कोतवाली और अधारताल थानों में अपराध और एफआईआर की संख्या अधिक है, इसलिए यहां पांच-पांच टैबलेट ई-विवेचना के लिए आवंटित किए गए हैं। शहर के अन्य थानों को तीन-तीन टैबलेट आवंटित किए गए हैं।
इन जिलों में एक से तीन मामले
जनवरी से अब तक इंदौर देहात और गुना जिले में महज तीन और हरदा में दो मामलों की ई-विवेचना हुई। जबकि ग्वालियर, छतरपुर, दमोह और श्योपुर जिलों के थानों में एक-एक ई-विवेचना की गई है।
यह होता है ई विवेचना एप में
– मौके पर वास्तविक समय में कर सकते हैं विवेचना
– घटनास्थल की लोकेशन अपलोड करने की सुविधा
– फोटो-वीडियो और गवाहों के बयान कर सकते हैं अपलोड
– केस डायरी की जानकारी सीधे सीसीटीएनएस में अपलोड
– रोजनामचा से भी सीधी कनेक्टिविटी
– एक बार अपलोड बयान और फोटो बदले नहीं जा सकते।
सभी थानों में टैबलेट के जरिए ई- विवेचना हो रही है। जनवरी में नए सिरे से टैबलेट का आवंटन करने के बाद से इसका ग्राफ बढ़ा है। इससे जहां कार्य में पारदर्शिता आएगी, वहीं विवेचक आवश्यकतानुसार केस डायरी में पर्चा भी भर सकते है।
आदित्य प्रताप सिंह, एसपी जबलपुर