राजनीति

भोपाल के प्रशासन अकादमी में नवनियुक्त डिप्टी कलेक्टर और डीएसपी को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री की अफसरों को नसीहत, सही काम करेंगे तो नौकरी सही चलेगी

कलयुग की कलम से रामेश्वर त्रिपाठी की रिपोर्ट

भोपाल- मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा है कि सही काम करेंगे तो नौकरी सही चलेगी, इसलिए किसी से डरें नहीं, बगैर डरे अपना काम करें। नौकरी में आ गए हैं तो कदम-कदम पर चुनौतियां तो होंगी, जिनका सामना आपको करना है। कायर काम को टालता है, इसलिए कायर नहीं बहादुर बनो।
मुख्यमंत्री मोहन यादव मंगलवार को प्रशासन अकादमी में राज्य सेवा के अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। यह नवनियुक्त डिप्टी कलेक्टर और डिप्टी एसपी के लिए 100वां और 111वां संयुक्त आधारभूत प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इसका उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सभी को जिम्मेदार पदों पर कई चुनौतियां होने की बात कही। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को विक्रम और बेताल की कहानी भी सुनाई। मोहन यादव ने कहा कि हम अपने भीतर झांककर देखें तो योग्यता की अनंत संभावनाएं हमारे भीतर भरी पड़ी हैं। अपना शारीरिक और मानसिक क्षमताओं का उपयोग करें।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने नव नियुक्ति अफसरों को विक्रम और बेताल की मजेदार अंदाज में कहानी भी सुनाई। मोहन यादव ने कहा कि विक्रम ने अपने पराक्रम से राज्य की व्यवस्था बदल दी थी, जो सक्षम और सुयोग्य आदमी है, वह अगर शासन से तालमेल नहीं बना पाता तो वह अपने कार्य को बेहतर तरीके से भी नहीं कर पाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बेताल बहुत ही बुद्धिमान था, विक्रम से सवाल करता था और विक्रमादित्य उसके सवालों का उदारता से जवाब देता था। बेताल कितना होशियार था कि यह हम सबको समझना चाहिए। हमें अपने जीवन में आने वाले सभी सवालों को देखना होगा और उसका समाधान अपने जीवन में खोजना होगा, विक्रम और बेताल की कहानी का यही सार भी है।

तो जयश्रीराम कहकर नमस्ते कर देंगे

मुख्यमंत्री यादव ने खुद राजनीति पर भी स्पष्ट रूप से कहा कि हम हर पांच साल में परीक्षा देते हैं। हमने काम नहीं किया तो हमें जयश्रीराम कहकर नमस्ते कर दिया जाएगा। इसलिए आप लोग भी किसी से बिना डरे अपने काम को ईमानदारी के साथ अंजाम दें।

डोभाल, जयशंकर जैसों को बनाएं रोल मॉडल

यादव ने नव नियुक्त डिप्टी कलेक्टर और डीएसपी को संबोधित करते हुए कहा एनएसए अजित डोभाल, केंद्रीय मंत्री जय शंकर और अर्जुन मेघवाल का उदाहरण भी दिया। यादव ने कहा कि इन तीनों ने अपने काम और समर्पण के आधार पर प्रशासनिक क्षेत्र में दो पहचान बनाई ही है, जब उन्हें इसके अलावा दूसरे काम दिए गए तो वे भी बेहतर साबित करके दिखा। अपने काम के प्रति पूरी लगन और ईमानदारी रखना चाहिए और ऐसे लोगों को रोल मॉडल मानकर काम करना चाहिए।

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