मध्यप्रदेश

उमरियापान-सिहोरा पीडब्ल्यूडी सड़क के हाल-बेहाल, कटनी-जबलपुर जिला होने का खमियाजा भोग रहे ग्रामीण

कलयुग की कलम से सोनू त्रिपाठी की रिपोर्ट

उमरियापान- कटनी जिले की सड़कों पर जगह-जगह गड्ढे बने हुए हैं, जो यातायात के लिए बड़ी समस्या उत्पन्न कर रहे हैं। ये गड्ढे न सिर्फ वाहनों की आवाजाही को बाधित करते हैं, बल्कि दुर्घटनाओं का भी कारण बनते हैं। भारी वर्षा और रखरखाव की कमी के कारण सड़कों की हालत और भी खराब हो गई है। सड़कों पर बने गड्ढे इतने गहरे हो चुके हैं कि दोपहिया और चारपहिया वाहनों के लिए इनसे सुरक्षित रूप से गुजरना एक चुनौती बन चुका है। इन गड्ढों की वजह से आए दिन छोटी-बड़ी दुर्घटनाएं होती रहती हैं, जिसमें लोगों को गंभीर चोटें आती हैं। विशेष रूप से बरसात के मौसम में ये गड्ढे पानी से भर जाते हैं, जिससे वाहन चालकों को इनके गहराई का अंदाजा नहीं होता और दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है। इसके अलावा, सड़कों पर कीचड़ और जलभराव भी लोगों के लिए परेशानी का कारण बनता है। कटनी जिले में कई स्थानों पर सड़क के साथ बनी पुलियों की स्थिति भी दयनीय है। इन पुलियों का निर्माण कई साल पहले किया गया था और तब से इनमें कोई मरम्मत या सुधार का कार्य नहीं किया गया है। कई पुलियाँ इतनी कमजोर हो चुकी हैं कि कभी भी दुर्घटना का कारण बन सकती हैं। जब पुलियों से भारी वाहन गुजरते हैं, तो उनमें दरारें और टूट-फूट होने लगती हैं। इसके बावजूद, जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा इन पुलियों की मरम्मत के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। कई जगहों पर पुलियाँ इतनी खराब हो चुकी हैं कि उनमें से गुजरना ही खतरनाक है, लेकिन फिर भी वहाँ कोई चेतावनी या वैकल्पिक मार्ग नहीं उपलब्ध कराया गया है।

सड़को की स्थिति देखने योग्य

सड़कों की खराब हालत और पुलियों की दयनीय स्थिति के कारण आम जनता को रोजाना आवागमन में बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कामकाजी लोग, छात्र, व्यापारी, और मरीज सभी इन सड़कों से गुजरने को मजबूर हैं। खासकर ग्रामीण इलाकों में सड़कें बेहद खराब हैं, जहाँ पहुंचने के लिए लोगों को कई किलोमीटर की यात्रा करनी पड़ती है। कटनी से जबलपुर या अन्य महत्वपूर्ण शहरों की यात्रा करते समय वाहन चालकों को गड्ढों और पुलियों की स्थिति के कारण अत्यधिक समय लग जाता है। इससे न सिर्फ लोगों का समय बर्बाद होता है, बल्कि आर्थिक रूप से भी उन्हें नुकसान होता है। वाहन चालकों को अपने वाहनों की मरम्मत पर अतिरिक्त खर्च करना पड़ता है, जो इन खराब सड़कों के कारण बार-बार खराब हो जाते हैं।

जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही

सड़कों और पुलियों की इस हालत के लिए जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही साफ तौर पर दिखाई देती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि वे कई बार शिकायत कर चुके हैं, लेकिन अधिकारियों द्वारा इस पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता। पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों और संबंधित विभाग को इस समस्या से अवगत कराया गया है, लेकिन वे इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं। यह समस्या केवल एक सड़क या पुलिया की नहीं है, बल्कि जिले भर में यह स्थिति देखने को मिल रही है। यहाँ तक कि जब सरकार द्वारा सड़क निर्माण और सुधार के लिए बड़े-बड़े वादे किए जाते हैं, तब भी जमीनी स्तर पर इसका कोई असर नहीं दिखाई देता। कई स्थानों पर तो सड़क निर्माण के नाम पर केवल खानापूर्ति की गई है। ठेकेदारों द्वारा घटिया सामग्री का उपयोग कर सड़कें बनाई जाती हैं, जो कुछ ही महीनों में खराब हो जाती हैं।

आम जनता परेशान नेता और अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान

कटनी जिले की जनता इन सड़कों की स्थिति से बेहद परेशान है। उन्हें रोजाना काम पर जाते समय, बच्चों को स्कूल भेजते समय, और आवश्यक सेवाओं तक पहुँचते समय भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। खासकर आपातकालीन सेवाओं, जैसे कि एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड, के लिए यह सड़कें बहुत बड़ी बाधा बन चुकी हैं। मरीजों को अस्पताल तक पहुँचने में विलंब होता है, जिससे कई बार उनकी जान पर बन आती है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्थिति और भी गंभीर है, जहाँ किसानों को अपनी फसलें बाजार तक पहुँचाने में कठिनाई हो रही है। खराब सड़कों के कारण फसलों की गुणवत्ता खराब हो जाती है और किसानों को नुकसान उठाना पड़ता है।

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