मध्यप्रदेशराजनीति

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जिस लड़की को घर लाने की ली थी जिम्मेदारी और राजस्थान सीएम ने 30 हजार का किया था ईनाम घोषित, वो खुद ही मास्टर माइंड निकली, VIDEO..

कलयुग की कलम से रामेश्वर त्रिपाठी की रिपोर्ट

केन्द्रीय मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक हुए परेशान

कोटा से छात्रा के किडनैपिंग के इस मामले ने उस वक्त बड़ा रूप ले लिया था जब मंगलवार को केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने खुद इस पर संज्ञान लिया था। सिंधिया ने राजस्थान के सीएम भजन लाल शर्मा से फोन पर बात कर लड़की को पुलिस की सहायता से सुरक्षित घर लाने की बात कही थी तो वहीं लड़की के पिता से भी फोन पर बात कर ये भरोसा दिलाया था कि अब लड़की को घर लाने की जिम्मेदारी उनकी है। तो वहीं राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा ने भी पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए थे। इसके बाद कोटा एसपी ने 20 हजार रुपए का ईनाम भी घोषित किया था।

कोटा पुलिस का खुलासा

केन्द्रीय मंत्री और सीएम के निर्देश के बाद बुधवार को कोटा एसपी ने 20 हजार रुपए का ईनाम भी घोषित किया था और इसके कुछ घंटों बाद ही पुलिस ने किडनैपिंग की झूठी साजिश का पर्दाफाश कर सभी को चौंका दिया। कोटा एसपी अमृता दुहन ने बताया कि अब तक की जांच में अपहरण की कहानी झूठी निकली है। छात्रा ने दोस्त के साथ मिलकर अपहरण और फिरौती की साजिश रची। छात्रा के अपहरण का जो वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे, वे भी उसके दोस्त के इंदौर स्थित घर के हैं। छात्रा कोटा में किसी भी कोचिंग में अध्ययनरत नहीं थी। मां उसे कोटा छोड़कर गई, उसके तीन दिन बाद ही वह इंदौर चली गई और इंदौर में दोस्त के साथ रही।

विदेश जाने की चाहत में रची साजिश

एसपी अमृता दुहन ने बताया है कि छात्रा व उसके दोस्त का यहां पढ़ाई में मन नहीं लग रहा था। वे विदेश में पढ़ाई करना चाह रहे थे, उसके लिए उन्हें पैसे की जरूरत थी। पैसों के लिए ही उन्होंने अपहरण की झूठी कहानी रची। छात्रा अपने दोस्त के साथ इंदौर में ही रह रही है। छात्रा के दो अन्य दोस्त पुलिस का सहयोग कर रहे हैं। उनमें से एक दोस्त ने पुलिस को बताया कि छात्रा को बंदी बनाने का जो फोटोज माता-पिता को भेजे गए हैं वो इंदौर स्थित मकान की रसोई में ही खींचे गए थे।

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