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एमपी के जबलपुर में 24 हजार रूपये की रिश्वत लेते PWD कार्यपालन यंत्री रंगे हाथ धराया, हैंडपंप मेंटनेंस का बिल पास करने के एवज में ले रहा था रिश्वत

कलयुग की कलम से रामेश्वर त्रिपाठी

जबलपुर- मध्यप्रदेश में रिश्वतखोर अधिकारी-कर्मचारियों पर कार्रवाई का सिलसिला लगातार जारी है। लगभग हर दूसरे दिन कहीं न कहीं लोकायुक्त और EOW रिश्वतखोर अधिकारी-कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों पकड़ रही है लेकिन इसके बावजूद रिश्वतखोर बाज आते नजर नहीं आ रहे हैं। ताजा मामला मध्यप्रदेश के जबलपुर का है जहां PWD विभाग के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर (कार्यपालन यंत्री) को आर्थिक अन्वेषण ब्यूरो (EOW) की टीम ने रिश्वत लेते रंगेहाथों पकड़ा है।

हैंडपंप मेंटनेंस का बिल पास करने के लिए मांगी रिश्वत

जबलपुर में पीएचई विभाग में पदस्थ कार्यपालन यंत्री शरद कुमार को EOW की टीम ने बुधवार को 24 हजार रूपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा है। दमोह के ठेकेदार रोहित बरौलिया ने EOW में शिकायत की थी कि उसने सिहोरा ब्लॉक में हैंडपंप मेंटनेंस का काम किया था जिसका बिल 2 लाख 47 हजार रूपये था और उसने इसके लिए दमोह नाका स्थित पीडब्ल्यूडटी के दफ्तर में बिल लगाया था। बिल पास करने के एवज में कार्यपालन यंत्री शरद सिंह और अकाउंटेंट क्लर्क विकास पटेल ने उससे 10 प्रतिशत यानी 24 हजार रूपये रिश्वत की मांग की थी।

रिश्वत लेते रंगेहाथों पकड़ा

जबलपुर EOW की टीम ने शिकायत की जांच की और शिकायत सही पाए जाने पर बुधवार को जाल बिछाकर फरियादी ठेकेदार रोहित बिरौलिया को रिश्वत के रुपये लेकर रिश्वत देने भेजा। जैसे ही कार्यपालन यंत्री शरद कुमार ने रिश्वत के 24 हजार रूपये लिए तो EOW की टीम ने उसे रंगेहाथों पकड़ लिया। कार्यपालन यंत्री के साथ ही EOW ने अकाउंटेंट क्लर्क विकास पटेल को भी आरोपी बनाया है।

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