प्रशासन

एमपी में ट्रेनों द्वारा हो रही आचार संहिता उल्लंघना, रोजाना कई जिलों से गुजरते हुई सफर करती है ट्रेनें

कलयुग की कलम से रामेश्वर त्रिपाठी की रिपोर्ट

भोपाल- मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू हो चुकी है। आचार संहिता लागू होने के बाद सरकारी विज्ञापनों पर रोक लग जाती है लेकिन इसके बावजूद मध्यप्रदेश में एक दो नहीं बल्कि एक साथ 6 जिलों में आचार संहिता का उल्लंघन हो रहा है। हैरानी की बात ये है कि आचार संहिता का उल्लंघन किसी पार्टी या कार्यकर्ता के द्वारा नहीं किया जा रहा है बल्कि एक ट्रेन के द्वारा किया जा रहा है। ये ट्रेन जहां से भी गुजरती है वहां पर आचार संहिता के नियम तोड़ते चली जाती है।

उज्जैन-दाहोद ट्रेन पर लगे लाडली बहना के पोस्टर

उज्जैन से दाहोद के लिए रोजाना चलने वाली मेमू ट्रेन वो ट्रेन है जो कि आचार संहिता लगने के बाद भी मध्यप्रदेश में आचार संहिता का उल्लंघन कर रही है। इस ट्रेन के डिब्बों पर प्रदेश सरकार की लाडली बहना योजना के पोस्टर अभी भी लगे हुए हैं। बता दें कि उज्जैन-दाहोद मेमू ट्रेन प्रतिदिन प्रदेश के 6 जिलों भोपाल, सीहोर, शाजापुर, उज्जैन, रतलाम और झाबुआ से गुजरती है और इन्हीं जिलों से होते हुए गुजरात के दाहोद से उज्जैन वापस लौटती है। ट्रेन रोजाना अप और डाउन दोनों साइड मिलाकर करीब 800 किमी. सफर करती है जिसमें लाखों यात्री सफर करते हैं।
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कांग्रेस ने की शिकायत

उज्जैन-दाहोद मेमू ट्रेन के डिब्बों पर लाडली बहना योजना के पोस्टर आचार संहिता लागू होने के बावजूद लगे होने को लेकर कांग्रेस ने चुनाव आयोग से शिकायत की है। प्रदेश कांग्रेस के महासचिव और पूर्व विधायक पारस सखलेचा ने चुनाव आयोग से शिकायत करते हुए कहा है कि आचार संहिता लगने के बाद भी ट्रेन के डिब्बों से राज्य सरकार की योजना के पोस्टरों को न हटाया जाना रेलवे के अधिकारियों की गंभीर लापरवाही है। कांग्रेस ने जल्द से जल्द पोस्टर्स को हटाने और कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की है।

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