पुलिस कंट्रोल रूम में हुई जनसुनवाई, एसपी ने सुनी समस्याएँ – 49 आवेदन हुए प्राप्त अधिकारियों ने गंभीरता से सुना और उनके त्वरित निराकरण के निर्देश दिए।
कलयुग की कलम से राकेश यादव

पुलिस कंट्रोल रूम में हुई जनसुनवाई, एसपी ने सुनी समस्याएँ – 49 आवेदन हुए प्राप्त अधिकारियों ने गंभीरता से सुना और उनके त्वरित निराकरण के निर्देश दिए।
कलयुग की कलम कटनी -जिले के पुलिस कंट्रोल रूम में मंगलवार को जनसुनवाई का आयोजन किया गया। इस जनसुनवाई में पुलिस अधीक्षक कटनी अभिनय विश्वकर्मा के साथ जिले के समस्त राजपत्रित अधिकारी (पुलिस) उपस्थित रहे। जनसुनवाई के दौरान विभिन्न क्षेत्रों से आए नागरिकों ने अपनी समस्याएँ रखीं, जिन्हें अधिकारियों ने गंभीरता से सुना और उनके त्वरित निराकरण के निर्देश दिए।
जनसुनवाई में कुल 49 आवेदन प्राप्त हुए। इनमें अधिकतर आवेदन भूमि विवाद, पारिवारिक विवाद, आपराधिक मामलों में कार्रवाई की मांग, महिलाओं से जुड़े मुद्दों, साइबर अपराध संबंधी शिकायतों एवं स्थानीय स्तर पर उत्पन्न समस्याओं से जुड़े रहे। प्रत्येक आवेदक की बात को ध्यानपूर्वक सुनते हुए एसपी अभिनय विश्वकर्मा ने संबंधित थाना प्रभारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रत्येक मामले पर त्वरित कार्यवाही की जाए और पीड़ितों को न्याय मिले।
इस अवसर पर एसपी ने कहा कि पुलिस का प्राथमिक कर्तव्य है जनता की सुरक्षा और समस्याओं का समाधान। जनसुनवाई के माध्यम से आमजन को एक मंच उपलब्ध होता है, जहाँ वे सीधे उच्च अधिकारियों तक अपनी समस्याएँ पहुँचा सकते हैं। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों से कहा कि प्राप्त आवेदनों को समय-सीमा के भीतर निपटाना सुनिश्चित किया जाए और आवेदकों को समाधान की जानकारी समय-समय पर दी जाए।
जनसुनवाई में विभिन्न गाँवों और शहर क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग पहुँचे। आवेदकों ने बताया कि उन्हें यह व्यवस्था बेहद उपयोगी लग रही है, क्योंकि सामान्य परिस्थितियों में वे अपनी बात सीधे पुलिस अधीक्षक तक नहीं पहुँचा पाते। वहीं पुलिस अधिकारियों ने भरोसा दिलाया कि किसी भी प्रकार की समस्या को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा और निष्पक्ष कार्यवाही की जाएगी।
पुलिस अधीक्षक अभिनय विश्वकर्मा ने इस अवसर पर थाना प्रभारियों को यह भी निर्देशित किया कि वे नियमित रूप से अपनी थानों में शिकायतों की समीक्षा करें तथा छोटी-छोटी समस्याओं का समाधान प्राथमिक स्तर पर करें, ताकि पीड़ितों को बार-बार उच्च स्तर तक न जाना पड़े। उन्होंने विशेष रूप से महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों से संबंधित मामलों को गंभीरता से लेकर तत्काल निराकरण करने की बात कही।
जनसुनवाई के दौरान कई आवेदकों की समस्याओं का निराकरण मौके पर ही कर दिया गया, जबकि शेष मामलों को संबंधित थानों एवं विभागों को कार्यवाही हेतु सौंपा गया। अधिकारियों ने आवेदकों को विश्वास दिलाया कि उनकी शिकायतें कतई लंबित नहीं रहेंगी।
जनसुनवाई की इस व्यवस्था से एक ओर जहाँ पुलिस और जनता के बीच संवाद बढ़ रहा है, वहीं आम नागरिकों को भी यह भरोसा हो रहा है कि उनकी समस्याएँ अनसुनी नहीं की जाएँगी। जनसुनवाई में शामिल लोगों ने भी इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इससे लोगों का विश्वास पुलिस पर और मजबूत हो रहा है।
 
				 
					
 
					
 
						


