मध्यप्रदेश

राजनीतिक षड्यंत्र का शिकार हो रहे ईमानदार शिक्षक, पीएमश्री स्कूल के प्रभारी प्राचार्य गणेश यादव, काम ऐसा कि देखने योग्य 

कलयुग की कलम से राकेश यादव

राजनीतिक षड्यंत्र का शिकार हो रहे ईमानदार शिक्षक, पीएमश्री स्कूल के प्रभारी प्राचार्य गणेश यादव, काम ऐसा कि देखने योग्य 

कलयुग की कलम उमरिया पान -शिक्षा को समाज का आधार माना जाता है और शिक्षक को उस नींव का स्तंभ। लेकिन जब एक ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ शिक्षक को षड्यंत्रपूर्वक बदनाम करने की कोशिश होती है, तो यह न केवल उस व्यक्ति के सम्मान पर आघात करता है, बल्कि पूरे शिक्षा जगत की साख को भी नुकसान पहुँचाता है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है मध्यप्रदेश के कटनी जिले के तहसील ढीमरखेड़ा क्षेत्र के गांव गोपालपुर स्थित पीएमश्री स्कूल से, जहां के तत्कालीन प्रभारी प्राचार्य गणेश यादव को वित्तीय अनियमितता के आरोपों में घेरने की कोशिश की गई।

जब गणेश यादव के खिलाफ लगाए गए आरोपों से संबंधित दस्तावेजों की गहनता से जांच की गई, तो पाया गया कि उनके ऊपर लगाए गए सभी आरोप निराधार और बेबुनियाद हैं। जिन वित्तीय लेनदेन पर सवाल उठाए गए, वे पूरी पारदर्शिता के साथ किए गए थे। गणेश यादव को शिक्षा जगत में एक साफ-सुथरी छवि वाले शिक्षक के रूप में जाना जाता है। वे एक ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने न केवल छात्रों की शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया, बल्कि स्कूल के समग्र विकास के लिए कई सकारात्मक पहल कीं। उन्होंने स्कूल की भौतिक संरचना में सुधार लाया, गरीब बच्चों को व्यक्तिगत सहायता देकर पढ़ाई में जोड़ा, और अनेक सरकारी योजनाओं का समुचित क्रियान्वयन सुनिश्चित किया। गांव के लोगों की मानें तो गणेश यादव ने पीएमश्री स्कूल के लिए समर्पित होकर के कार्य किया है। स्थानीय सूत्रों की मानें तो गणेश यादव को कुछ स्थानीय राजनीतिक और स्वार्थी तत्वों के कारण निशाना बनाया जा रहा है। वे तत्व स्कूल की अच्छी प्रगति और शिक्षक की बढ़ती लोकप्रियता से असहज हो गए थे। उनका उद्देश्य गणेश यादव की छवि को धूमिल कर उन्हें उस पद से हटवाना है ताकि उनके स्वार्थ सिद्ध किए जा सकें। इस पूरी साजिश के तहत झूठे आरोपों का ताना-बाना बुना गया और कुछ तथाकथित शिकायतकर्ता आगे लाए गए। इन व्यक्तियों ने बिना किसी प्रमाण के स्कूल प्रबंधन में अनियमितता का आरोप लगाया, जबकि तथ्य यह है कि सारे खर्चे अनुमोदित थे और रिकॉर्ड में दर्ज हैं।

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