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अतिथि शिक्षिका श्रीमती दुर्गेश राय के खिलाफ होना चाहिए कार्यवाही जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान बीईओ और डीईओ बचाने की फ़िराक में बच्चों के भविष्य से हों रहा खिलवाड़

कलयुग की कलम से सोनू त्रिपाठी

उमरियापान- पी.एम. श्री शासकीय हाई स्कूल, गोपालपुर में हिंदी विषय की अतिथि शिक्षिका श्रीमती दुर्गेश राय के खिलाफ छात्रों द्वारा की गई शिकायतो पर अधिकारी को तलब करना चाहिए दिनांक 30 जनवरी 2025 को कक्षा 9वीं और 10वीं के छात्रों ने एक लिखित आवेदन प्रस्तुत किया, जिसमें उन्होंने श्रीमती राय से हिंदी पढ़ने से इनकार किया है। छात्रों के अनुसार, वे लगभग छह दिनों से हिंदी कक्षाओं में भाग नहीं ले रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप शिक्षक और छात्रों के बीच तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो रही है।

शिक्षा की गुणवत्ता पर दिया जाए ध्यान

शिक्षा का मुख्य उद्देश्य छात्रों के समग्र विकास को सुनिश्चित करना है, जिसमें ज्ञान, नैतिकता, औँर सामाजिक मूल्यों का समावेश होता है। शिक्षक और छात्र के बीच स्वस्थ संबंध इस प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। जब छात्रों को किसी शिक्षक के साथ सीखने में कठिनाई होती है, तो यह उनकी शैक्षणिक प्रगति को प्रभावित कर सकता है और उनके आत्मविश्वास को भी कम कर सकता है।

प्रशासनिक अधिकारी संदेह के घेरे में

ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (बीईओ) और जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) का कर्तव्य है कि वे स्कूलों में शैक्षणिक गुणवत्ता और अनुशासन को बनाए रखें। जब छात्रों या अभिभावकों से किसी शिक्षक के खिलाफ शिकायतें प्राप्त होती हैं, तो इन अधिकारियों का दायित्व है कि वे निष्पक्ष और त्वरित जांच करें। यदि शिकायतें सत्य पाई जाती हैं, तो उचित कार्रवाई करना आवश्यक है ताकि शैक्षणिक वातावरण प्रभावित न हो।

छात्रों के भविष्य से हों रहा खिलवाड़

छात्रों द्वारा प्रस्तुत लिखित आवेदन में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि वे श्रीमती दुर्गेश राय से हिंदी पढ़ने में असमर्थ हैं। लगातार छह दिनों तक कक्षाओं का बहिष्कार इस बात का संकेत है कि समस्या गंभीर है और इसे अनदेखा नहीं किया जा सकता। ऐसी स्थिति में, छात्रों की शैक्षणिक हानि हो रही है, जो उनके भविष्य को प्रभावित कर सकती है। छात्रों की शैक्षणिक भलाई सर्वोपरि है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कर्तव्य है कि वे छात्रों की शिकायतों को गंभीरता से लें और त्वरित एवं निष्पक्ष कार्रवाई करें। इससे न केवल वर्तमान समस्या का समाधान होगा, बल्कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को भी रोका जा सकेगा।

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