मध्यप्रदेश

कटनी जिले की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत उमरिया पान आखिर कब तक बन पाएगी नगर पंचायत जनता  उम्मीद लगाए बैठी है समय की मांग जल्द से जल्द बने उमरिया पान नगर पंचायत

कलयुग की कलम से राकेश यादव

कटनी जिले की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत उमरिया पान आखिर कब तक बन पाएगी नगर पंचायत जनता  उम्मीद लगाए बैठी है समय की मांग जल्द से जल्द बने उमरिया पान नगर पंचायत

कलयुग की कलम ढीमरखेड़ा –उमरियापान कटनी जिले की सबसे बड़ी पंचायत हैं, जो नगर पंचायत का दर्जा पाने के लिए प्रयासरत है। नगर पंचायत बनने के बाद कस्बे को बेहतर प्रशासनिक सुविधाएं, वित्तीय सहायता और बुनियादी ढांचे के विकास के लिए अधिक संसाधन मिल सकते हैं। हालांकि, इस प्रक्रिया में कई रुकावटें आ रही हैं।

अभी कुछ दिन पहले बड़वारा विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह ने उमरिया पान नगर पंचायत का मुद्दा विधानसभा में उठाया था थास्थानीय राजनीति में नेताओं का बड़ा प्रभाव होता है। वे जनता के सामने बड़ी-बड़ी बातें करते हैं और आश्वासन देते हैं कि वे कस्बे के विकास के लिए कड़ी मेहनत करेंगे।कुछ नेताओं को डर होता है कि नगर पंचायत बनने से उनकी शक्ति और नियंत्रण कम हो जाएगा। वे अपने स्वार्थी हितों की पूर्ति के लिए इस प्रक्रिया में रुकावट डालते हैं।अलग-अलग राजनीतिक दलों के बीच प्रतिस्पर्धा भी इस प्रक्रिया को धीमा कर सकती है। हर दल चाहता है कि उनका उम्मीदवार इसका श्रेय ले, जिससे फाइलें आगे नहीं बढ़ पाती। कुछ मामलों में भ्रष्टाचार भी एक प्रमुख कारण हो सकता है। कुछ अधिकारी और नेता मिलकर घूसखोरी में शामिल हो सकते हैं, जिससे प्रक्रिया में और भी देरी होती है।*

प्रशासनिक अड़चनें जनता की अपेक्षाएं और वास्तविकता*

नगर पंचायत बनने की प्रक्रिया में प्रशासनिक स्तर पर भी कई बाधाएं आती हैं। नगर पालिका बनने के लिए आवश्यक दस्तावेजों और फाइलों की प्रक्रिया बहुत जटिल होती है। इस कागजी कार्रवाई में किसी भी प्रकार की कमी होने पर प्रक्रिया रुक सकती है। कुछ अधिकारी अपने कार्य में लापरवाही बरतते हैं, जिससे फाइलें समय पर आगे नहीं बढ़ पातीं। नगर पंचायत बनने के लिए आवश्यक वित्तीय संसाधनों की कमी भी एक प्रमुख समस्या हो सकती है। सरकार द्वारा निर्धारित बजट में कटौती या देरी से भी यह प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है। जनता की अपेक्षाएं अकसर बहुत ऊँची होती हैं, और वे सोचते हैं कि नगर पंचायत बनने के बाद उनके सभी समस्याओं का समाधान हो जाएगा।

*समय की मांग और उमरियापान के लोगों को उम्मीद*

नगर पंचायत बनने में समय लगता है, और इस दौरान जनता को धैर्य रखना होता है। हालांकि, यह धैर्य अकसर टूट जाता है जब वे देखते हैं कि प्रक्रिया में अड़चनें आ रही हैं। जनता को सही जानकारी नहीं मिलने के कारण वे भ्रमित हो जाते हैं और नेताओं पर दबाव बनाने लगते हैं। नेताओं द्वारा किए गए वादे और आश्वासन अकसर पूरे नहीं होते, जिससे जनता में निराशा फैलती है। प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के लिए सभी दस्तावेजों और फाइलों को ऑनलाइन उपलब्ध कराना चाहिए, जिससे जनता भी इस प्रक्रिया की निगरानी कर सके। नेताओं और अधिकारियों को उनकी जिम्मेदारियों के प्रति जवाबदेह बनाना होगा। इसके लिए एक मजबूत निगरानी तंत्र विकसित किया जाना चाहिए। जनता को इस प्रक्रिया में सक्रिय रूप से शामिल किया जाना चाहिए। इससे न केवल उनकी अपेक्षाएं पूरी होंगी, बल्कि प्रक्रिया में भी तेजी आएगी। जनता को शिक्षा और जागरूकता के माध्यम से इस प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी जानी चाहिए, जिससे वे सही तरीके से अपने अधिकारों और कर्तव्यों को समझ सकें। उमरियापान नगर पंचायत बनने की प्रक्रिया में कई रुकावटें हैं, जिनका समाधान निकालने के लिए प्रशासन, नेता, और जनता को मिलकर काम करना होगा। पारदर्शिता, जवाबदेही, और जागरूकता के माध्यम से ही हम इस समस्या का समाधान कर सकते हैं और उमरियापान को नगर पंचायत का दर्जा दिला सकते हैं। नगर पंचायत बनने की प्रक्रिया केवल एक प्रशासनिक प्रक्रिया नहीं है, बल्कि यह एक सामुदायिक और राजनीतिक प्रक्रिया भी है, जिसमें सभी संबंधित पक्षों का सहयोग आवश्यक है उमरिया पान नगरपंचायत बनने पर जोभी ग्राम पंचायतें  जुड़ रही हैं सभी का विकास एवं ग्राम वासियों को रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे

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