उमरियापान के न्यू बस स्टैंड पर बने शौचालय में नहीं हो रही सफाई, आस-पास फैल रही है बदबू, लोग हो रहे परेशान
कलयुग की कलम से सोनू त्रिपाठी की रिपोर्ट
उमरियापान- स्वच्छता अभियान का असर ग्राम पंचायत प्रशासन पर नजर नहीं आ रहा है।उमरियापान ग्राम पंचायत की उदासीनता के चलते न्यू बस स्टैंड पर बने सार्वजनिक शौचालय में महिलाएं इस्तेमाल नहीं कर पा रही है। शौचालय में गन्दगी होने से यात्रियों और ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं बदबू के कारण स्थानीय दुकानदार भी परेशान है। उमरियापान के न्यू बस स्टैंड में महिलाओं और पुरूष वर्ग के लिए सार्वजनिक शौचालय बना है। शौचालय के भीतर गंदगी है।पुरुष तो शौचालय तक पहुँचकर लघुशंका के लिए उपयोग कर लेते है। लेकिन महिलाओं के लिए बने शौचालय पूरी तरह से बदबू मार रहे हैं। महिलाएं शौचालय का उपयोग नहीं कर पाती है। जिससे कि महिलाओं को परेशान होना पड़ता है। कई बार तो महिलाएं शौचालय के बाहर ही लघुशंका के लिए बैठ जाती है।

बस स्टैंड होने के चलते यहाँ पर सिहोरा, कटनी और ढीमरखेड़ा की तरफ आने जाने वाली बसें रुकती है। यहाँ अलग अलग प्रकार की दुकानें सजती हैं। अन्य गांव से लोग आकर सामान खरीदी करते हैं। यात्री भी रुकते हैं।बस स्टैंड पर सार्वजनिक शौचालय का निर्माण ग्राम पंचायत के द्वारा कराया गया।बस स्टैंड में आने वाली जनता यहां पर बने शौचालय पर निर्भर है।

शौचालय की सफाई नहीं होने के चलते शौचालय गन्दी है। वहीं उसकी बदबू पूरे बाजार में फैलती है। गंदगी से पनपे कीड़े-मकोड़े, मक्खियां साग, सब्जी, फलों व खाद्य पदार्थों पर बैठते हुए नजर आते हैं। जिसके कारण आमजन में विभिन्न प्रकार की बीमारियां फैलने की आशंका बनी रहती है।शनिवार को खमतरा से जबलपुर जा रही दो महिलाओं ने बताया कि उन्हें शौचालय जाने की जरूरत महसूस हुई। उमरियापान बस स्टैंड में शौचालय का पता कर पहुँचे तो वहाँ पसरी गंदगी को देखते हुए जाने की हिम्मत नहीं हुई।स्टैंड में खड़े चार पहिया वाहनों की आड़ में लघुशंका किया।उन्होंने बताया कि शौचालय तो गंदे है ही, लेकिन बस स्टैंड पर लगे हैंडपंप के आसपास भी गन्दगी फैली हुई है। शौचालय गंदा होने से कई लोग बच्चों को बाहर ही शौच कराते हैं।यहाँ आने वाले लोंगो को सबसे ज्यादा परेशानी बदबू से होती है।

सीएचसी और यात्री प्रतीक्षालय में ताला




