सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों के निराकरण के प्रति बनें संवेदनशील- कलेक्टर श्री तिवारी सेवा पखवाड़ा, समग्र ई-केवाईसी, आदि कर्मयोगी सहित विभिन्न बिंदुओं पर कलेक्टर श्री तिवारी ने की समीक्षा, अधिकारियों को दिये जरूरी दिशा-निर्देश
कलयुग की कलम से राकेश यादव

सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों के निराकरण के प्रति बनें संवेदनशील- कलेक्टर श्री तिवारी सेवा पखवाड़ा, समग्र ई-केवाईसी, आदि कर्मयोगी सहित विभिन्न बिंदुओं पर कलेक्टर श्री तिवारी ने की समीक्षा, अधिकारियों को दिये जरूरी दिशा-निर्देश
कलयुग की कलम कटनी – कलेक्टर श्री आशीष तिवारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों के निराकरण में संवेदनशीलता बरतें, आवेदकों से संवाद करें और शिकायतों का संतुष्टिपूर्ण निराकरण सुनिश्चित करें। उन्होंने 50 दिवस से अधिक लंबित शिकायतों के निराकरण हेतु विशेष अभियान चलाकर निराकृत करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने डी श्रेणी और स्टेट रैंकिंग से कम प्रगति वाले विभागों के कार्यों के प्रति असंतोष व्यक्त करते हुये 10 विभागों को अपने कार्यों में सुधार लाने की हिदायत दी। कलेक्टर श्री तिवारी ने यह निर्देश मंगलवार को अधिकारियों को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में समय-सीमा की बैठक में दिया।


बैठक में नगर निगम आयुक्त एवं जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुश्री तपस्या परिहार, अपर कलेक्टर नीलांबर मिश्रा और संयुक्त कलेक्टर जितेन्द्र पटेल मौजूद रहें।
कलेक्टर श्री तिवारी ने समय-सीमा की बैठक में राजस्व विभाग, वित्त विभाग, खनिज साधन विभाग, किसान कल्याण एवं कृषि विकास, सामान्य प्रशासन विभाग, योजना आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, गृह विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, स्कूल शिक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी एवं श्रम विभाग में अधिक संख्या में 50 दिवस से अधिक समय से लंबित शिकायतों पर असंतोष व्यक्त करते हुये अभियान चलाकर शिकायतों का निराकरण करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने जिला प्रबंधक लोक सेवा दिनेश विश्वकर्मा को 50 दिवस से अधिक लंबित मामलों के प्रपत्र निरंतर समीक्षा करने हेतु प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने सीपीग्राम से प्राप्त शिकायतों एवं समाधान ऑनलाईन के संबंध में भी अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिया।
*टीएल में व्हीसी से जुड़ेंगे विकासखंड स्तरीय अधिकारी*
कलेक्टर श्री तिवारी ने समय-सीमा बैठक में शासकीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों के मैदानी क्रियान्वयन की व्यवस्थित समीक्षा करने के उद्देश्य से निर्देशित किया कि कलेक्ट्रेट में आयोजित समय-सीमा बैठक में जहां सभी विभागों के जिला अधिकारियों की मौजूदगी रहेगी। तो वहीं तहसील स्तर पर संबंधित तहसीलदार, जनपद पंचायत के सीईओ, मुख्य नगर पालिका अधिकारी सहित कृषि, महिला एवं बाल विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा, खाद्य, विद्युत सहित अन्य विभागों के विकासखंड स्तरीय अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समय-सीमा बैठक से वर्चुअली जुड़ेंगे। साथ ही कलेक्टर ने विभागों के जिला अधिकारियों को जनसुनवाई में स्वयं मौजूद रहने के निर्देश दिए।
*शत-प्रतिशत करायें ई-केवाईसी*
कलेक्टर श्री तिवारी ने नगर निगम व जनपद पंचायतों के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे सभी योजनाओं के पात्र हितग्राहियों का शत-प्रतिशत ई-केवाईसी कराया जाना सुनिश्चित करें। ताकि हितग्राही योजनाओं का लाभ पाने से वंचित न होने पाये।
*सेवा पखवाड़ा*
कलेक्टर श्री तिवारी ने अधिकारियों को सेवा पखवाड़ा संचालन से संबद्ध विभागों के अधिकारियों को अपने विभागों की गतिविधियों का बेहतर और सक्रियता से क्रियान्वयन सुनिश्चित करने की हिदायत दी। उन्होंने अस्पतालों में स्वच्छता अभियान, कुपोषित और अति गंभीर कुपोषित बच्चों के चिन्हांकन, कर्मयोगी अभियान, स्कूलों व कॉलेजों में विभिन्न गतिविधियों के साथ ई-ऑफिस प्रणाली की प्रगति की भी समीक्षा की।
*नि:शुल्क पौधे उपलब्ध*
बैठक में शासकीय तिलक महाविद्यालय के प्राचार्य ने बताया कि छात्र-छात्राओं की मदद से कॉलेज में औषधीय प्रजाति के करंज के 6 हजार पौधे तैयार किये गए हैं। जिन्हें वे नि:शुल्क पौधारोपण करने वाले विभागों को उपलब्ध कराना चाहते हैं। इस पर कलेक्टर श्री तिवाारी ने नगर निगम और जनपद पंचायतों के सीईओ को कॉलेज से पौधे प्राप्त कर पौधारोपण कराने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री तिवारी ने पशुपालन विभाग को ‘सेक्स सॉर्टेड सीमेन’ योजना को प्रोत्साहित करने की हिदायत देते हुये कहा कि इससे बछिया और पडि़या होने की संभावना बढ़ जाती है। इसका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाय। उन्होंने 2 अक्टूबर से शुरू होने वाले दुग्ध संपर्कता अभियान के बारे में भी दिशा-निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री तिवारी ने फार्मर आईडी रजिस्ट्री, नामांतरण बटवारा, सीमांकन और आदि कर्मयोगी सेवा केन्द्रों की स्थापना कार्य के प्रगति की भी समीक्षा की। बैठक में सभी एसडीएम, उपसंचालक खनिज रत्नेश दीक्षित, सिविल सर्जन डॉ. यशवंत वर्मा सहित सभी विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित रहें।




