मध्यप्रदेश

महाकाल मंदिर पर होली में भस्म आरती में ज्वलनशील गुलाल से लगी थी आग, घटना के समय गर्भगृह का एक मात्र निकासी द्वार भी था 15 मिनट से अधिक समय के लिए बंद, सुरक्षा एजेंसी को नोटिस

कलयुग की कलम से रामेश्वर त्रिपाठी की रिपोर्ट

उज्जैन- मजिस्ट्रियल जांच अंतरिम रिपोर्ट में होली पर महाकाल की भस्म आरती के दौरान आग का कारण ज्वलनशील गुलाल बताया है। इसमें मंदिर प्रशासक, सहायक अधिकारी, कमेटी कर्मचारियों और सुरक्षा एजेंसियों की लापरवाही सामने आई है। अधिकारी- कर्मचारियों ने प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया। तय संख्या से ज्यादा पुजारी-सेवकों को एकत्र होने दिया, अमानक गुलाल पहुंचने से भी नहीं रोका। अंतिम जांच रिपोर्ट से पहले ही कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने मंदिर प्रशासक संदीप सोनी को हटा दिया। जिपं सीईओ मृणाल मीणा को अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी है।

ये खामियां..जिससे हुई आगजनी

1. मंदिर में अत्यधिक मात्रा में ज्वलनशील गुलाल पहुंचा।
2. घटना के समय एकमात्र निकासी द्वार 15 मिनट से अधिक समय तक बंद रहा।
3. गर्भगृह में अत्यधिक संख्या से पुजारियों और सेवकों की मौजूदगी रही।
4. घटना वाले वक्त ड्यूटी पर तैनात अधिकारी कर्मचारी ने अपने कर्तव्य नहीं निभाए।

सुरक्षा एजेंसी को नोटिस

जांच रिपोर्ट में सुरक्षा एजेंसी की लापरवाही सामने आई है। होली के दिन अत्यधिक मात्रा में गुलाल मंदिर में पहुंचा था। सुरक्षा एजेंसियों ने इसे रोकने को लेकर कदम नहीं उठाया। समिति की रिपोर्ट के आधार पर अब सुरक्षा एजेंसी को नोटिस दिया जाएगा।

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