मध्यप्रदेश

एमपी के सतना में ऋण पुस्तिका बनवाने के एवज में 1 हजार रूपए की रिश्वत लेते पटवारी रंगे हाथों गिरफ्तार, रीवा लोकायुक्त ने की कार्रवाई

कलयुग की कलम से रामेश्वर त्रिपाठी

मध्यप्रदेश में सरकारी कर्मचारियों को अच्छी खासी तनख्वाह मिलती है लेकिन इसके बावजूद रिश्वत लेने से अधिकारी-कर्मचारी बाज नहीं आते। पटवारी के हाल तो कुछ ऐसे हैं कि जब तक रिश्वत के रूपयों से गद्दी गर्म नहीं होती मानो उनकी कलम ही नहीं चलती है। सतना जिले में तो एक पटवारी ने महज 1 हजार रुपए के लिए अपनी सरकारी नौकरी ही दांव पर लगा दी और एक हजार रूपए की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त के हत्थे चढ़ गया।
मामला सतना जिले के रामपुर बघेलान तहसील के कृष्णगढ़ का है जहां पदस्थ पटवारी सुरेश साकेत को एक हजार रूपए की रिश्वत लेते हुए रीवा लोकायुक्त की टीम ने रंगेहाथों पकड़ा है। रिश्वतखोर पटवारी सुरेश साकेत ने पुश्तैनी जमीन का बंटवारा होने के बाद ऋण पुस्तिका बनवानेआए किसान रामनाथ से 1 हजार रूपए की रिश्वत की मांग की थी।
किसान रामनाथ प्रजापति ने बताया कि जब वो ऋण पुस्तिका बनवाने के लिए पटवारी सुरेश साकेत के पास गया तो पहले तो वो परेशान करता रहा और फिर 1 हजार रुपए रिश्वत की मांग की। जिसकी शिकायत रामनाथ ने रीवा लोकायुक्त कार्यालय में की जिस पर कार्रवाई करते हुए रिश्वतखोर पटवारी सुरेश साकेत को लोकायुक्त की टीम ने रंगहाथों पकड़ा है।

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