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2 दिसंबर से शुरू होगी जिले में धान खरीदी कलेक्टर श्री यादव ने की खरीफ उपार्जन कार्याे और व्यवस्थाओं की समीक्षा जिले में 53 हजार से अधिक किसानों ने समर्थन मूल्य पर धान की विक्रय हेतु कराया पंजीयन

कलयुग की कलम से राकेश यादव

2 दिसंबर से शुरू होगी जिले में धान खरीदी कलेक्टर श्री यादव ने की खरीफ उपार्जन कार्याे और व्यवस्थाओं की समीक्षा जिले में 53 हजार से अधिक किसानों ने समर्थन मूल्य पर धान की विक्रय हेतु कराया पंजीयन

कलयुग की कलम कटनी-खरीफ विपणन मौसम 2024-25 में जिले मे समर्थन मूल्य पर 2 दिसंबर से 20 जनवरी 2025 तक धान उपार्जन किया जायेगा। कलेक्टर श्री दिलीप कुमार यादव ने बुधवार को जिला उपार्जन समिति की बैठक में अधिकारियों को उपार्जन से संबंधित सभी व्यवस्थाओं को चाक -चौबंद रखने की हिदायत दी। कलेक्टर ने कहा कि उपार्जन केन्द्रों में किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होना चाहिए यह सुनिश्चित किया जाए। किसानों के लिए पेयजल, बैठने आदि के इंतजाम भी किए जाने चाहिए।

बैठक में जिला पंचायत के सी.ई.ओ. श्री शिशिर गेमावत, जिला आपूर्ति अधिकारी सज्जन सिंह परिहार,, नान के प्रबंधक और,मध्यप्रदेश वेयर हाउस कार्पोरेशन सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

नोडल अधिकारी की नियुक्ति

कलेक्टर श्री यादव ने हर उपार्जन केंद्र की व्यवस्थाओं की निगरानी के लिए अलग-अलग नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही उन्होंने सर्वेयर और समितियों से संबंधित कर्मियों का गहन प्रशिक्षण आयोजित कराने की भी हिदायत दी।

53 हजार 175 किसानो ने पंजीयन कराया है

बैठक में बताया गया कि खरीफ विपणन मौसम 2024-25 के लिये धान कॉमन का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2300 और धान ग्रेड-ए का 2320 रुपये है। किसानों से एफएक्यू गुणवत्ता की उपज इन्हीं दरों पर उपार्जित की जायेगी।

जिले में धान का उपार्जन 2 दिसंबर से 20 जनवरी 2025 तक किया जायेगा। उपार्जन प्रत्येक सप्ताह के सोमवार से शुक्रवार तक होगा। गोदाम स्तर पर खाद्यान्न की गुणवत्ता का परीक्षण उपार्जन एजेंसी के गुणवत्ता सर्वेयर द्वारा स्टेक लगाने के पहले किया जायेगा। परिवहनकर्ता द्वारा समय-सीमा में उपार्जित खाद्यान्न का परिवहन नहीं करने पर पेनाल्टी की व्यवस्था की जायेगी।

उपार्जन केन्द्र में करे सुरक्षा के इंतजाम

जिले में धान उपार्जन कार्य सप्ताह में 5 दिन सोमवार से शुक्रवार तक किया जायेगा। कलेक्टर ने खरीदी केंद्रों में धान की सुरक्षा हेतु तिरपाल की व्यवस्था, धान के साथ आने वाले कचरे को साफ करने के लिए पंखे तथा छन्ना की व्यवस्था एवं किसानों के पेयजल आदि की समुचित व्यवस्था कराने के निर्देश दिए। साथ ही उपार्जन के पूर्व वेयरहाउस, वारदाना, नाप-तौल हेतु तौल कांटे की व्यवस्था तथा उनके सत्यापन का कार्य शीघ्रता से कराने के निर्देश दिए।

पंजीयन एवं उपार्जन में आने वाली तकनीकी समस्याओं के समाधान के लिये जिले में एक तकनीकी सेल का गठन किया जायेगा। राज्य स्तर पर भी तकनीकी सेल का गठन किया जायेगा। जिला स्तरीय समिति उपार्जन उपार्जित खाद्यान्न की गुणवत्ता की निगरानी करेगी। राज्य स्तर पर एक कंट्रोल-रूम भी स्थापित किया जायेगा। इसका टेलीफोन नम्बर 0755-2551471 रहेगा।

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