मध्यप्रदेशराजनीति

शहडोल लोकसभा सीट बनी भाजपा का गढ़, करीब 4 लाख वोटों से जीतीं हिमाद्री सिंह

कलयुग की कलम से रामेश्वर त्रिपाठी की रिपोर्ट

लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम पूरी तरह आ चुके हैं। मध्य प्रदेश में भाजपा की आंधी चली है, जिसमें कांग्रेस पूरे चारों खाने चित्त हो गई है। शहडोल लोकसभा सीट पर भाजपा ने एक बार फिर जीत हासिल की है। शहडोल संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी हिमाद्री सिंह 7 साख 11 हजार 143 वोट हासिल कर चुनाव जीती हैं। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी फुंदेलाल सिंह मार्को को 3 लाख 97 हजार 340 वोटों से हराया है। बता दें कि निकटतम प्रतिद्वंदी फुंदेलाल सिंह मार्को को कुल 3 लाख 13 हजार 803 वोट मिले हैं।
मध्यप्रदेश में अनुसूचित जनजाति की सीटें मालवा निमाड़ में अधिक हैं तो शहडोल में भी जनजाति बहुल इलाका है। विंध्य क्षेत्र की शहडोल लोकसभा शुरु से ही आरक्षित सीट रही है। 2023 के विधानसभा चुनाव में शहडोल लोकसभा में 8 सीटें थीं, जिनमें से 7 भाजपा के खाते में गईं और 1 पर कांग्रेस कब्जा जमा पाई। पुष्पराजगढ़ से कांग्रेस के फुंदेलाल सिंह मार्को को विजयी प्राप्त हुई थी। खास बात ये है कि इस बार के लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस पार्टी ने उसी जीते हुए एक विधायक फुंदेलाल सिंह मार्को को उम्मीदवारी सौंपी थी, लेकिन भाजपा की आंधी के आगे वो इस बार टिक नहीं पाए।
शहडोल लोकसभा सीट से भाजपा की 2 लाख 8 हजार 346 मतों की बढ़त है। इसे कांग्रेस को पहले पाटना होगा और बाद में अपने उम्मीदवार की जीत के लिए विजयी मत के लिए प्रयास करना होगा। पुष्पराजगढ़ से फुंदेलाल मार्कों महज 4 हजार 486 वोटों से ही जीत सके थे। शहडोल लोकसभा क्षेत्र में विधानसभा के आठों क्षेत्रों में ये सबसे छोटी जीत भी दर्ज हुई थी।
नोटा का रिकॉर्ड भी यहीं बना
लोकसभा चुनाव में ईवीएम में नोटा का विकल्प होने से शहडोल के मतदाता नोटा का भरपूर उपयोग करते हैं। वर्ष 2014 में 21 हजार 376 और 2019 के चुनाव में 20 हजार 39 मतदाताओं ने नोटा का उपयोग किया था जो प्रदेश में रिकॉर्ड था।

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