कटनी जिले के ढीमरखेड़ा विकासखंड के घुघरी गांव में महीने भर से बंद घरेलू और कृषि फीडर का ट्रांसफार्मर, शिकायत के बाद भी अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान, ग्रामीण से लेकर किसान हो रहे परेशान
कलयुग की कलम से सोनू त्रिपाठी
कटनी/उमरियापान- ग्रामीण क्षेत्रों में महीनों से बिगड़े ट्रांसफार्मर में सुधार नहीं किए जाने से लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ढीमरखेड़ा तहसील के घुघरी एक ऐसा गांव हैं, जो पिछले कई दिनों से अंधेरे में डूबा हुआ है। घुघरी गांव में लगे तीन बिजली ट्रांसफार्मर खराब है। एक तो कृषि फीडर जबकि दो घरेलू फीडर के ट्रांसफार्मर शामिल है।

जानकारी के अनुसार करीब एक सप्ताह से कृषि फीडर और महीने भर से घरेलू ट्रांसफार्मर खराब पड़े हैं। बिजली न मिलने से किसानों के अलावा ग्रामीणों को भी परेशानी उठानी पड़ती है। ट्रांसफार्मर खराब होने के बाद सुधार कार्य नहीं किया गया। कई लोग तो दो महीने से अधिक समय से बिजली से वंचित हैं। बिजली के अभाव में घरेलू कामकाज नहीं हो पा रहे हैं। मोबाइल भी चार्ज नहीं हो रहे है। मोटर नहीं चलने से पानी की दिक्कत भी रही है। रात के समय जीव-जंतुओं के काटने का डरभी मंडरा रहा है। बिजली न होने से बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। शाम होते ही गांव की गलियों में अंधेरा छा जाता है। असामाजिक तत्व सक्रिय हो जाते हैं, घटना होने की आशंका बनी रहती है।

गेहूं पिसाने दूसरे गांव जा रहे ग्रामीण- घरों में उजाले के लिए महिलाओं को दीपक का सहारा लेना पड़ता है। गेंहू पिसाने के लिए भी ग्रामीणों को दूसरे गांव के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि स्कूल के पास लगा बिजली ट्रांसफार्मर बीते कई महीने से बंद पड़ा है। यहां से कुछ ही लोगों को बिजली मिल पाती है। जबकि अब अधिकतर ग्रामीणों को बिजली नहीं मिल पा रही है। अंधेरे में रहने के लिए ग्रामीण परेशान है वहीं चक्की के पास लगा बिजली ट्रांसफार्मर भी खराब हो गया है। अब गांव में लगा कोई भी ट्रांसफार्मर सही नहीं है। गांव के लोगों को बगैर बिजली के रहना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि बिजली समस्या को लेकर अनेकों बार ग्रामीणों ने अधिकारियों से शिकायत किया, लेकिन अभी तक सुधार नहीं हुआ।

किसान भी हो रहे हलाकान- किसानों ने बताया कि कृषि फीडर के लिए 65 केवी का ट्रांसफार्मर लगा था। कुछ दिन पहले खराब हुआ तो बिजली विभाग के अधिकारियों ने 25 केवी का ट्रांसफार्मर लगा दिया। ट्रांसफार्मर में लोड बढ़ने से एक हप्ते में ही ट्रांसफार्मर खराब हो गया। अब किसान बगैर ट्रांसफार्मर के है। किसानों ने बताया कि बिजली न मिलने से उनकी फसलें प्रभावित हो रही है। किसानों का कहना है कि ठीक समय पर बिजली की कमी से सारी मेहनत पर पानी फिर गया।




