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कटनी जिला पंचायत सीईओ श्री शिशिर गेमावत ने चार विभागीय जांच के प्रकरणों में ग्राम पंचायत सचिवों के विरुद्ध की सख्त कार्रवाई, पढ़े किस-किस पंचायत सचिव पर हुई कार्रवाई

कलयुग की कलम से सोनू त्रिपाठी

कटनी – विधानसभा निर्वाचन की आदर्श आचरण संहिता के समाप्त होते ही जिला पंचायत के सीईओ शिशिर गेमावत ने जहां उत्कृष्ट और बेहतरीन कार्य करने वाले लोक सेवकों की सराहना कर उन्हें प्रोत्साहित किया है वहीं दूसरी ओर लापरवाह एवं कर्तव्यों के प्रति उदासीन शासकीय कर्मियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई कर दायित्वों के प्रति सजग रहकर कार्य करने हेतु संकेत दिए हैं।

इन प्रकरणों पर हुई वार्षिक वेतन वृद्धि रोकी जाने की कार्रवाई

इन चार ग्राम पंचायतों के सचिवों को शासकीय कार्यों के दौरान विभिन्न प्रकार की वित्तीय अनियमिता और लापरवाही पाए जाने के फलस्वरुप निलंबित कर विभागीय जांच संस्थित की जाकर आरोप पत्र आदि जारी कर प्रतिवाद चाहा गया था। अपचारी लोक सेवकों द्वारा प्राप्त प्रतिवाद और संबंध जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों से प्राप्त प्रतिवेदन के परिशीलन के उपरांत दोषी पाए जाने के फल स्वरुप ग्राम पंचायत सिनगोड़ी , जनपद पंचायत विजयराघवगढ़ के सचिव ऋषि निगम की आगामी दो वार्षिक वेतन वृद्धि संचयी प्रभाव से रोकी जाकर निलंबन से बहाल करते हुए ग्राम पंचायत सिंगोड़ी में पदस्थ किया गया था। राजकुमार सेन सचिव ग्राम पंचायत ढूढरी, जनपद पंचायत रीठी, तत्कालीन सचिव ग्राम पंचायत बांधा अपचारी लोक सेवक की आगामी एक वार्षिक वेतन वृद्धि संचयी प्रभाव से रोकने का आदेश पारित हुआ। इसी प्रकार जनपद पंचायत कटनी की ग्राम पंचायत पोंसरा के तत्कालीन सचिव विनोद नायक की आगामी एक वार्षिक वेतन वृद्धि असंचयी प्रभाव से रोकी जाकर निलंबन से बहाल करते हुए आगामी आदेश तक जनपद पंचायत कटनी में संबद्ध किया गया है। ठीक इसी प्रकार एक अन्य प्रकरण में जिला पंचायत के सीईओ श्री गेमावत ने ग्राम पंचायत टोला जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा के सचिव मनीष रंजन मिश्रा को भविष्य के लिए सचेत करते हुए उक्त सभी प्रकरणों को समाप्त कर नस्तीबद्ध किया है।

दो प्रकरणों में तथ्यों की सत्यता की जांच हेतु अधिकारी नियुक्त

जिला सीईओ श्री गेमावत ने ग्राम पंचायत जिररी के तत्कालीन सचिव संदीप अग्रहरि वर्तमान पदस्थापना देवरी मंगेला और सचिव लखन शुक्ला ग्राम पंचायत बरहटा का प्रतिवाद समाधान कारक नहीं पाए जाने के फलस्वरुप तथ्यों की सत्यता पूर्ण जांच हेतु जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा के सीईओ को जांच कर्ता अधिकारी और खंड पंचायत अधिकारी को प्रस्तुत कर्ता अधिकारी नियुक्त कर एक माह में प्रतिवेदन दिए जाने के निर्देश दिए हैं।

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