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कटनी जिले में रेलवे और पुलिस को बदमाशों ने दी खुली चुनौती, लूट की वारदात में गिरा यात्री, तीन दिन के भीतर दूसरी घटना, पैसेंजर चिल्लाते रहे नहीं रुकी ट्रेन, स्पेशल डीजी भी कटनी स्टेशन नहीं कर सके सुरक्षित

कलयुग की कलम से रामेश्वर त्रिपाठी

कटनी- अपराधियों की रेलवे और पुलिस को खुली चुनौती से कटनी जंक्शन प्रदेश का सबसे खतरनाक रेलवे रूट बन गया है। बुधवार को फिर बदमाशों ने जनता एक्सप्रेस पर धावा बोला और मोबाइल लूटने के लिए एक यात्री को ट्रेन से नीचे गिरा दिया। जिससे यात्री गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। रेलवे पुलिस बदमाश का पता नहीं लगा पाई है।

कटनी जंक्शन के सुरक्षा के यह हाल तब हैं जब स्पेशल पुलिस महानिदेशक रेलवे सुधीर शाही ने सोमवार को कटनी का दौरा किया था और सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की थी। उनके प्रवास के दौरान भी मोबाइल लुटेरे ने एसी कोच अटेंडेंट को धक्का मारकर ट्रेन के नीचे गिरा दिया था, जिसका उसके पैर का पंजा कट गया था। दो दिन बाद वैसी ही घटना की पुनरावृत्ति बुधवार को फिर हुई। जानकारी के अनुसार रीवा जिले के निवासी अमित सिंह पिता रमागोविंद सिंह(18) मुंबई से नौकरी कर जनता एक्सप्रेस से घर लौट रहे थे। ट्रेन जब कटनी जंक्शन के आउटर आधारकाप में थी, तभी एक बदमाश अमित पर झपट पड़ा। मोबाइल छीनते हुए उसने उसे धक्का दे दिया। चलती ट्रेन से अमित के नीचे गिरते ही बदमाश मोबाइल लूटकर फरार हो गया।

यात्री चिल्लाते रहे ट्रेन नहीं रुकी

इस घटना के बाद यात्रियों में चीख पुकार मच गई। वे चिल्लाते रहे पर टे्रन नहीं रुकी। ट्रेन के गुजर जाने के बाद आस पास के लोग टै्रक पर आए और डायल 100 को फोन कर घटना की जानकारी दी। एम्बुलेंस से घायल अमित को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका उपचार चल रहा है।

बदमाशों के आउटर

कटनी प्रदेश का सबसे बड़ा रेलवे जंक्शन है। सुविधा के लिए पांच स्टेशन बनाए गए हैं। जिनके आउटर अपराधियों के हवाले हैं। जीआरपी, आपीएफ के साथ ही जिला पुलिस बल इसकी जवाबदारी लेने को तैयार नहीं है। लापरवाही को लेकर अधिकारी कोई कार्रवाई भी नहीं कर रहे हैं। उधर, जीआरपी थाना प्रभारी अरुणा वाहने ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। आउटरों में पेट्रोलिंग भी बढ़ाई गई है। आरोपियों का पता लगाया जा रहा है।

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