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मध्यप्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ के जिला उपाध्यक्ष राहुल पाण्डेय तो जिला सचिव के पद पर राकेश यादव नियुक्त हुए, ढीमरखेड़ा और उमरियापान के पत्रकारों ने दी बधाइयां, पत्रकारों में हर्ष

कलयुग के कलम से सोनू त्रिपाठी

कटनी- मध्यप्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ ने हाल ही में अपने संगठनात्मक ढांचे में महत्वपूर्ण नियुक्तियां की हैं। राहुल पाण्डेय को जिला उपाध्यक्ष और राकेश यादव को जिला सचिव के पद पर नियुक्त किया गया है। इस नियुक्ति को लेकर ढीमरखेड़ा और उमरियापान के पत्रकारों ने दोनों को बधाइयां दीं और इस अवसर को पत्रकार एकता का प्रतीक बताया। “पत्रकार एकता जिंदाबाद” और “मध्यप्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ जिंदाबाद” के नारों के साथ यह घोषणा न केवल पत्रकारिता जगत के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि समाज के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है। गौरतलब हैं कि मध्यप्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ का गठन पत्रकारों के हितों की रक्षा, उनके अधिकारों की सुरक्षा और समाज में पत्रकारिता की गरिमा को बनाए रखने के उद्देश्य से किया गया था। यह संघ पत्रकारों को एकजुट करता है और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए प्रयास करता है।

संघ के प्रमुख उद्देश्य, पत्रकारों के अधिकारों की रक्षा

पत्रकारों को उनके कार्यक्षेत्र में आने वाली चुनौतियों, जैसे- सेंसरशिप, धमकियां, और असुरक्षा से बचाने के लिए यह संघ एक मजबूत मंच प्रदान करता है। पत्रकारिता को समाज की आवाज के रूप में प्रस्तुत करते हुए यह संघ जनसरोकार से जुड़े मुद्दों को उजागर करता है। संघ नए और उभरते पत्रकारों को उचित मार्गदर्शन देकर उनके करियर को आकार देता है।

राहुल पाण्डेय और राकेश यादव की नियुक्ति का महत्व

राहुल पाण्डेय और राकेश यादव ने पत्रकारिता में अपनी मेहनत, समर्पण और निष्पक्षता से एक अलग पहचान बनाई है। उनकी नियुक्ति यह दर्शाती है कि श्रमजीवी पत्रकार संघ उन व्यक्तियों को नेतृत्व के लिए चुनता है, जो न केवल पत्रकारिता के सिद्धांतों का पालन करते हैं, बल्कि संगठन की मजबूती और एकता के लिए भी समर्पित हैं।

राहुल पाण्डेय, जिला उपाध्यक्ष

राहुल पाण्डेय का योगदान पत्रकारिता जगत में उल्लेखनीय रहा है। उन्होंने समाज के उन पहलुओं पर काम किया है, जो अक्सर अनदेखे रह जाते हैं। उनकी नेतृत्व क्षमता और उनके द्वारा किए गए कार्य पत्रकारों के बीच उनकी लोकप्रियता को दर्शाते हैं।

राकेश यादव जिला सचिव

राकेश यादव ने अपने अनुभव और कुशलता से पत्रकारिता को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का कार्य किया है। उनकी सक्रियता और प्रबंधन क्षमता संघ की गतिविधियों को सुचारु रूप से संचालित करने में सहायक होगी।

ढीमरखेड़ा और उमरियापान के पत्रकारों की प्रतिक्रिया

ढीमरखेड़ा और उमरियापान के पत्रकारों ने इस नियुक्ति पर खुशी जाहिर करते हुए इसे पत्रकारिता के लिए एक सकारात्मक कदम बताया। पत्रकारों ने कहा कि यह निर्णय न केवल पत्रकारों की एकता को मजबूत करेगा, बल्कि उन मुद्दों को भी प्राथमिकता देगा, जो ग्रामीण पत्रकारों के सामने हैं।

बधाई संदेश और उत्साह

पत्रकारों ने संघ की इस पहल को “एकता की मिसाल” बताया। विभिन्न समारोहों और बैठकों के दौरान “पत्रकार एकता जिंदाबाद” और “मध्यप्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ जिंदाबाद” जैसे नारे गूंजे। स्थानीय पत्रकारों ने कहा कि यह नियुक्ति संगठन को नई दिशा देने में सहायक होगी। पत्रकारिता केवल खबरों का संकलन और प्रसारण नहीं है, यह समाज के प्रति जिम्मेदारी निभाने का एक माध्यम भी है। श्रमजीवी पत्रकार संघ के तहत कार्यरत पत्रकार इस भूमिका को बखूबी निभा रहे हैं।

पत्रकारों की चुनौतियां, भ्रष्टाचार का सामना

कई बार पत्रकारों को भ्रष्टाचार उजागर करने पर धमकियों का सामना करना पड़ता है। ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत पत्रकारों को सुरक्षा को लेकर कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। पत्रकारों के खिलाफ झूठे मामले दर्ज किए जाते हैं, जिससे उनकी स्वतंत्रता प्रभावित होती है। इन चुनौतियों के बीच, मध्यप्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ पत्रकारों को एक ऐसा मंच प्रदान करता है, जहां वे अपनी बात रख सकते हैं और न्याय प्राप्त कर सकते हैं।

पत्रकार एकता का संदेश

“पत्रकार एकता जिंदाबाद” का नारा इस बात का प्रतीक है कि जब पत्रकार एकजुट होते हैं, तो वे किसी भी समस्या का समाधान कर सकते हैं। संघ ने यह साबित किया है कि एकजुटता से न केवल पत्रकारों की स्थिति में सुधार हो सकता है, बल्कि समाज भी लाभान्वित हो सकता है।नेतृत्व में मजबूती आती है और संगठन प्रभावी ढंग से कार्य कर सकता है। पत्रकारों की आवाज को अनदेखा करना मुश्किल हो जाता है। जब पत्रकार एकजुट होते हैं, तो वे समाज में बदलाव लाने की दिशा में बेहतर तरीके से काम कर सकते हैं। राहुल पाण्डेय और राकेश यादव जैसे पत्रकारो के नेताओं से यह उम्मीद की जाती है कि वे पत्रकारों के अधिकारों और समाज के प्रति अपने दायित्व को पूरी ईमानदारी से निभाएंगे। मध्यप्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ द्वारा की गई यह नियुक्ति पत्रकारों की एकजुटता और समाज के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। राहुल पाण्डेय और राकेश यादव जैसे नेतृत्वकर्ताओं के साथ, यह संघ पत्रकारिता को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए तैयार है। “पत्रकार एकता जिंदाबाद” और “मध्यप्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ जिंदाबाद” का नारा केवल एक नारा नहीं, बल्कि एक मिशन है, जो समाज और पत्रकारिता दोनों के लिए प्रेरणा स्रोत बनेगा।

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