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29 फरवरी तक करा लें FASTag KYC अपडेट, वरना टोल पर होगी बड़ी परेशानी

कलयुग की कलम से रामेश्वर त्रिपाठी की रिपोर्ट

नई दिल्ली- एक्सप्रेसवे और नेशनल हाईवे पर सफर करते समय समस्या से बचना है तो 29 फरवरी तक फास्टैग (FASTag) केवाईसी (KYC) अपडेट करा लें। अगर ऐसा नहीं करेंगे तो आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
अगर आपने एक वाहन पर एक से अधिक फास्टैग (FASTag) लिया है या फिर केवाईसी (KYC) अपडेट नहीं कराया है तो आपकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं। एक्सप्रेसवे और नेशनल हाईवे पर सफर करते समय समस्या से बचना है तो 29 फरवरी तक केवाईसी अपडेट करा लें। अगर ऐसा नहीं करेंगे तो आपके फास्टैग को ब्लैक लिस्ट हो जाएगा। एनएचएआइ के अधिकारियों ने कहा, इस बार केवाईसी अपडेट कराने की अंतिम तिथि आगे बढ़ाने की संभावना बेहद कम है। काफी संख्या में लोगों ने एक वाहन पर दो या उससे अधिक फास्टैग लिया हुआ है, जिससे एजेंसियों को कई बार टोल शुल्क काटने में परेशानी होती है।

पूरी जानकारी एक नाम पर हो

नियमों के हिसाब से फास्टैग लेने वाले व्यक्ति का केवाईसी अपडेट होना चाहिए। गाड़ी भी उस व्यक्ति के नाम होनी चाहिए। अभी शुरुआत में यह छूट रहेगी कि गाड़ी भले ही किसी दूसरे व्यक्ति के नाम पर हो, लेकिन जो व्यक्ति फास्टैग जारी करा रहा है, उसका केवाईसी होना जरूरी है।

वाहन और फास्टैग के नामों में अंतर

देश में बड़ी संख्या ऐसे लोगों की भी हैं जिनकी कार किसी दूसरे नाम पर है और फास्टैग किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर लिया गया है। फास्टैग केवल उनके मोबाइल नंबर से जारी हुआ है। इससे भी परेशानी हो सकती है।

लोग उलझन में फंसे

एनएचएआइ के इस फैसले के बाद काफी लोग उलझन में हैं, क्योंकि कुछ लोगों ने मोबाइल नंबर पर फास्टैग जारी कराया है। खासकर, नए वाहन लेते समय उसका कोई नंबर नहीं होता है। ऐसे में फास्टैग सेवा प्रदाता कंपनियां मोबाइल नंबर पर ही वाहन की श्रेणी के हिसाब से फास्टैग जारी कर देती हैं। यानी कोई ग्राहक कार ले रहा है तो उसे फोर व्हीलर और कोई 10 टायर का ट्रक ले रहा है तो उसे कमर्शियल श्रेणी का फास्टैग जारी होता है।

एक बैंक अकाउंट से कई फास्टैग

किसी एक वॉलेट आइडी या एक बैंक अकाउंट से अगर एक से अधिक वाहनों के लिए फास्टैग जारी हुआ है और केवाईसी अपडेट है तो कोई परेशानी नहीं है। हर वाहन के लिए अलग से रिचार्ज कराने की जरूरत नहीं है। आपके वॉलेट में पर्याप्त बैलेंस होना चाहिए, ताकि टोल के भुगतान में परेशानी नहीं हो।

इन तरीकों को अपनाएं

1. ऑनलाइन
सबसे पहले ऑफिसियल वेबसाइट पर जाएं, जहां रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और ओटीपी की मदद से लॉगइन करें। डैशबोर्ड मेन्यू में माय प्रोफाइल विकल्प खोलें। यहां केवाईसी का स्टेटस चेक करें। अगर केवाईसी पूरी नहीं है तो सब-सेक्शन में जाएं, जहां पर जरूरी जानकारी जैसे आइडी प्रूफ, एड्रेस प्रूफ और फोटो जमा करें। इसके बाद सबमिट ऑप्शन पर क्लिक कर दें।
2. ऐप
आपने जिस भी कंपनी का फास्टैग जारी करा रखा है उसका फास्टैग वॉलेट ऐप अपने मोबाइल में डाउनलोड करें। फिर फास्टैग में दर्ज मोबाइल नंबर से लॉगइन करें और उसके बाद माय प्रोफाइल में जाएं, जहां केवाईसी पर क्लिक करें। इसके बाद देखें कि क्या आपका केवाईसी अपडेट है। अगर अपडेट नहीं है तो फिर केवाईसी फिल ऑप्शन पर क्लिक करके मांगी गई जानकारी दें।
3. ऑफलाइन
आप संबंधित बैंक या फिर टोल प्लाजा पर बने हेल्प काउंटर पर जाकर भी केवाईसी अपडेट करा सकते हैं। इसके लिए आपके पास पंजीकृत मोबाइल नंबर, आधार, पैन और गाड़ी की आरसी होनी चाहिए।
इसलिए अनिवार्य किया
सडक़ परिवहन मंत्रालय को शिकायत मिल रही थी कि एक गाड़ी में एक से अधिक फास्टैग जारी होने से दिक्कत होती है। कई बार टोल प्लाजा पर सिस्टम उस फास्टैग को रीड कर लेता है या फिर गाड़ी की नंबर प्लेट के आधार पर उस फास्टैग को स्कैन करता है, जिसके वॉलेट में पर्याप्त बैलेंस नहीं होता है। इस पर टोल बैरियर नहीं खुलता है तो फिर कार चालक दूसरे फास्टैग का वॉलेट खोलकर पर्याप्त बैलेंस दिखाते हैं और फास्टैग रीडर में गड़बड़ी का हवाला देकर टोल बैरियर खुलवा देते हैं।

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