टीकमगढ- ओरछा के वन्य परिक्षेत्र के मडोर गांव की वन चौकी के पास एक तेंदुए का शव मिला है। बताया जा रहा है कि दो दिन पहले तेंदुए की मौत हुई है। जिसकी सूचना मिलने पर मंगलवार को छतरपुर सीसीएफ संजीव झा टीम के साथ मौके पर पहुंचे और तेंदुए के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। सीसीएफ झा ने रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता होने की बात कही है।
सरपंच ने सोशल मीडिया पर वायरल किया मैसेज
बताया गया है कि सोमवार की देर रात उस समय क्षेत्र में सनसनी फैल गई जब मड़ोर सरपंच भगवत यादव ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर एक मृत तेंदुए की फोटो डाली और वन विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की कार्यप्रणाली को शर्मनाक बताया। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा था की मड़ोर वन चौकी के पास दो दिन से मृत तेंदुआ पड़ा है और वन विभाग ध्यान नहीं दे रहा है, जबकि उनके द्वारा अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई है। यह पोस्ट वायरल होते ही रात को ही वन अमला जंगल में पहुंचा और तेंदुए के शव को जब्त किया गया। वहीं इसकी सूचना सीसीएफ को दी गई।
शव का कराया पोस्टमार्टम
मंगलवार को सीसीएफ संजीव झा अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। यहां पर पन्ना टाइगर रिजर्व के डॉ संजय अग्रवाल ने टीम के साथ तेंदुए का पोस्टमार्टम किया। टीम यहां से उसका बिसरा साथ ले गई है। इसकी जांच के बाद ही तेंदुए की मौत के कारणों का खुलासा होगा। इस दौरान एसडीओ आरके अवधिया,वन परिक्षेत्राधिकारी आदित्य पुरोहित, डिप्टी रेंजर राममनोहर तिवारी,रवि गोस्वामी, शिशुपाल निरंजन,वीरेंद्र पाठक साथ रहे।
पन्ना या दमोह से आया होगा
वन्य परिक्षेत्र अधिकारी आदित्य पुरोहित का कहना था कि यह तेंदुआ पन्ना या दमोह के जंगलों से शिकार की तलाश में यहां आया होगा। विदित हो कि टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले में तेंदुआ नहीं पाए जाते है। इसके पूर्व चार साल पहले टीकमगढ़ के दुर्गापुर में एक किसान के घर में तेंदुआ घुस गया था। पूरे दिन की मशक्कत के बाद वन अमले ने इसे पकड़ा और वह पिंजरा तोड़ कर भाग गया था। इसके बाद बड़ागांव में एक किसान के खेत में पूरे दिन एक तेंदुए घूमता रहा था। मडोर में मृत मिले तेंदुए ने मरने से पहले एक गाय का शिकार किया था। वन विभाग द्वारा की गई जांच में पास में ही मृत गाय मिली है। गाय का मांस खाने के बाद तेंदुआ यही बैठ गया और फिर उठा नहीं।