आस्थामध्यप्रदेश

हनुमान जन्मोत्सव पर बजरंग दल ढीमरखेड़ा द्वारा आयोजित वाहन रैली खमतरा से खम्हरिया तक युवा चेतना और संगठनात्मक शक्ति का प्रतीक है बजरंग दल

कलयुग की कलम से राकेश यादव

हनुमान जन्मोत्सव पर बजरंग दल ढीमरखेड़ा द्वारा आयोजित वाहन रैली खमतरा से खम्हरिया तक युवा चेतना और संगठनात्मक शक्ति का प्रतीक है बजरंग दल

कलयुग की कलम ढीमरखेड़ा -भारत एक सांस्कृतिक और धार्मिक विविधताओं वाला देश है, जहाँ त्योहार केवल धार्मिक आस्था का विषय नहीं होते, बल्कि सामाजिक एकता, संगठनात्मक शक्ति और जनचेतना के माध्यम भी होते हैं। ऐसा ही एक पर्व है हनुमान जन्मोत्सव, जिसे देशभर में श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाता है। इस शुभ अवसर पर देश के कोने-कोने में विभिन्न सामाजिक और धार्मिक संगठनों द्वारा रैलियाँ, शोभा यात्राएँ, भंडारे और सामूहिक अनुष्ठान आयोजित किए जाते हैं। ढीमरखेड़ा क्षेत्र में बजरंग दल द्वारा आयोजित वाहन रैली इस दिशा में एक प्रमुख आयोजन बन चुका है, जो हर वर्ष युवाओं को धर्म, समाज और संगठन से जोड़ने का कार्य करता है। इस वर्ष दिनांक 12.04.2025 को आयोजित की जा रही यह वाहन रैली खमतरा से खम्हरिया तक आयोजित होगी। यह रैली सिर्फ धार्मिक आस्था का नहीं, बल्कि राष्ट्रभक्ति, सामाजिक समरसता और युवा सशक्तिकरण का भी प्रतीक है। बजरंग दल विश्व हिन्दू परिषद का युवा शाखा संगठन है, जिसकी स्थापना 1 अक्टूबर 1984 को अयोध्या में राम जन्मभूमि आंदोलन के दौरान हुई थी। यह संगठन युवाओं में धार्मिक जागरूकता, राष्ट्रभक्ति, शौर्य और सेवा की भावना को जगाने का कार्य करता है। बजरंग दल का मुख्य उद्देश्य हिन्दू समाज की रक्षा, गौरक्षा, धर्म संस्कृति की रक्षा और समाज में सकारात्मक बदलाव लाना है।ढीमरखेड़ा क्षेत्र में बजरंग दल की सक्रियता बीते कुछ वर्षों में उल्लेखनीय रूप से बढ़ी है। यहाँ के कार्यकर्ता न केवल धार्मिक आयोजनों में भाग लेते हैं, बल्कि समाज सेवा, प्राकृतिक आपदा राहत, गौसेवा, रक्तदान शिविर और सांस्कृतिक आयोजनों में भी सक्रिय भूमिका निभाते हैं।

*श्रीकांत पटैल एक प्रेरणादायी नेतृत्व*

ढीमरखेड़ा प्रखंड में बजरंग दल के अध्यक्ष श्रीकांत पटैल का नेतृत्व अत्यंत सराहनीय है। उनका कार्य न केवल संगठनात्मक विस्तार तक सीमित है, बल्कि युवाओं में अनुशासन, सामाजिक उत्तरदायित्व और भारतीय संस्कृति के प्रति जागरूकता बढ़ाने का भी है। उन्होंने अपने नेतृत्व में अनेक नवाचार किए हैं, जिससे युवाओं का झुकाव बजरंग दल की ओर बढ़ा है। श्रीकांत पटैल की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि वे युवाओं के साथ संवाद स्थापित करने में दक्ष हैं। वे रचनात्मक सोच को बढ़ावा देते हैं और अपने कर्मों से यह सिद्ध करते हैं कि संगठन का कार्य केवल नारेबाजी नहीं, बल्कि समाज निर्माण है। उन्होंने ढीमरखेड़ा और आसपास के क्षेत्रों में दर्जनों युवा इकाइयाँ गठित की हैं, जो निरंतर सामाजिक गतिविधियों में भाग ले रही हैं।

*वाहन रैली धार्मिक आस्था से युवा चेतना तक*

12 अप्रैल 2025 को होने वाली वाहन रैली का आयोजन हनुमान जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में किया जा रहा है। यह रैली प्रतिवर्ष की तरह इस बार भी खमतरा से प्रारंभ होकर खम्हरिया तक निकाली जाएगी। इस रैली का उद्देश्य है धर्म के प्रति श्रद्धा, समाज के प्रति उत्तरदायित्व और युवाओं में एकता का संचार।

*पुलिस प्रशासन और सामाजिक समन्वय*

वाहन रैली का आयोजन पूर्णतः शांतिपूर्ण और अनुशासित ढंग से किया जाएगा। इसके लिए बजरंग दल ने स्थानीय प्रशासन से अनुमति ली है और ट्रैफिक व्यवस्था के लिए विशेष रूप से पुलिस अधिकारियों के साथ समन्वय किया गया है। रैली के मार्ग पर सुरक्षा व्यवस्था, प्राथमिक चिकित्सा सुविधा और जलपान व्यवस्था की भी योजना बनाई गई है।यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि किसी भी प्रकार की सामाजिक सौहार्द्रता में बाधा न आए। बजरंग दल ने हमेशा यह प्रयास किया है कि आयोजन धार्मिक हो, लेकिन सामाजिक सौहार्द्र बनाए रखने की भी पूरी ज़िम्मेदारी निभाई जाए।ढीमरखेड़ा का बजरंग दल आज जिस प्रकार युवाओं को संगठित कर रहा है, वह समाज के लिए प्रेरणादायक है। श्रीकांत पटैल जैसे कर्मठ और विचारशील नेतृत्व के कारण संगठन में अनुशासन, समर्पण और सेवा की भावना प्रबल हुई है। 12 अप्रैल 2025 की वाहन रैली न केवल एक धार्मिक आयोजन है, बल्कि यह युवाओं की एकता, संस्कृति के प्रति सम्मान, और समाज में योगदान देने की भावना का जीवंत उदाहरण है।जब धर्म, संगठन और युवा शक्ति एक मंच पर एकत्र होते हैं, तो केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि सामाजिक परिवर्तन की शुरुआत होती है।

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