मध्यप्रदेश

’एक पेड़ मां के नाम’ अभियान को जन अभियान बनाएं- डॉ. मोहन यादव, वीडियो कॉन्फ्रेसिंग में दिए निर्देश

कलयुग की कलम से रामेश्वर त्रिपाठी

भोपाल- मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा ’एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान संचालित किया जा रहा है जो आने वाली पीढ़ियों को जीवन प्रदान करेगा। यह अभियान पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में एक अद्वितीय पहल है जिसे जन अभियान बनाने की आवश्यकता है। वीडियो कॉन्फ्रेसिंग से संपन्न हुई इस बैठक में कलेक्टर डॉ. सलोनी सिडाना, पुलिस अधीक्षक रजत सकलेचा, सीईओ जिला पंचायत श्रेयांश कूमट, अपर कलेक्टर राजेन्द्र कुमार सिंह सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि अभियान के तहत एक से 15 जुलाई के मध्य मध्यप्रदेश में लगभग साढ़े 5 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि रोपे जाने वाले पौधों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करें। पौधों के चयन में सावधानी बरतें।

माताजी के साथ सेल्फी अपलोड करें

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेशवासियों से इस अभियान से जुड़ने की अपील करते हुए कहा कि आप अपने परिजन को लेकर, माता जी को साथ लेकर सेल्फी लें। अगर माता जी नहीं हैं तो उनके चित्र के साथ एक पौधा लगाकर सेल्फी ले सकते हैं। अभियान के अंतर्गत निर्धारित वेबसाइट पर भी चित्र अपलोड किया जा सकता है। इससे अन्य लोग प्रेरित होंगे। यदि आपके पास पौधे लगाने के लिए जमीन नहीं है तो प्रशासन द्वारा निर्धारित स्थान पर पौधे लगाएं, आपके साथ-साथ सरकार भी उनकी देखभाल करेगी।

जल गंगा संवर्धन अभियान को परिणामदायी बनाएं

वीडियो कॉन्फ्रेसिंग में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत किए गए कार्यों के संबंध में विस्तार से जानकारी लेते हुए आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जल स्त्रोतों के संरक्षण के लिए संचालित किए गए इस अभियान को परिणामदायी बनाएं। जनभागीदारी के माध्यम से जल स्त्रोतों के संरक्षण और संवर्धन का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि भू जल स्तर में सुधार करना सम्मिलित जिम्मेदारी है। उन्होंने पौधरोपण की तैयारियों की चर्चा के दौरान स्व सहायता समूहों के माध्यम से भी पौधे तैयार कराने के निर्देश दिए।

अब दंड संहिता के बजाय न्याय संहिता की बात होगी

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि एक जुलाई का दिन पूरे देश और प्रदेश के लिए एक विशेष दिन रहने वाला है। अंग्रेजों के जमाने से चले आ रहे भारतीय दंड संहिता, सीआरपीसी, भारतीय साक्ष्य अधिनियम…ये सारे नियम बदलते हुए नए प्रकार के कानून लागू होने वाले हैं। अब दंड संहिता के बजाय न्याय संहिता की बात की जाएगी। अर्थात न्याय के आधार पर हमारी व्यवस्था चलनी चाहिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि ये तीनों कानून पूरे देशवासियों के जीवन में अंगीकार होंगे। उससे सुविधा मिलेगी। अपनी संस्कृति पर गर्व करने का मौका मिलेगा।

परिवहन क्षेत्र में सुशासन का महत्वपूर्ण कदम

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि परिवहन क्षेत्र में मध्यप्रदेश में कुछ बदलाव किए गए हैं। चेक पोस्ट संबंधी नई व्यवस्था शीघ्र लागू की जा रही है। एक जुलाई से परिवहन चेक पोस्ट जो अन्य प्रांतों की सीमा पर वाहनों के आवागमन के संबंध में भूमिका अदा करती हैं वहां संबंधित जिला प्रशासन के साथ तालमेल कर और अधिक पारदर्शी व्यवस्था लागू करने का कदम उठाया गया है। मध्यप्रदेश सुशासन के लिए जाना जाता है। परिवहन व्यवस्था के संबंध में शिकायतें प्राप्त होने पर राज्य शासन द्वारा सख्त कार्रवाई की जाएगी। नई व्यवस्था से भारी वाहनों के संचालकों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होगी। शिकायतों को दूर कर साफ-सुथरे ढंग से परिवहन विभाग के मूल कार्य को बेहतर ढंग से संचालित करने के प्रबंध किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि परिवहन विभाग द्वारा महाविद्यालयों में विद्यार्थियों के ड्राइविंग लाइसेंस तैयार करने के लिए शिविर लगाए जाएं। यात्री बसों के संचालन में निर्धारित स्थान से बस चलाने के नियम का पालन किया जाए। समय सारणी का पालन किया जाए। स्कूल की बसों की चेकिंग भी की जाए।

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