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स्‍वस्‍थ नारी, सशक्त परिवार’ अभियान के अंतर्गत उमरियापान में विशाल स्वास्थ्य शिविर का आयोजन 341 से अधिक महिलाओं की हुई जांच, मंडल अध्यक्ष सहित 12 लोगों ने किया रक्तदान,रक्तदान जैसे पुनीत कार्य से कई जरूरतमंद मरीजों की जान बचाई जा सकती है।

कलयुग की कलम से राकेश यादव

‘स्‍वस्‍थ नारी, सशक्त परिवार’ अभियान के अंतर्गत उमरियापान में विशाल स्वास्थ्य शिविर का आयोजन 341 से अधिक महिलाओं की हुई जांच, मंडल अध्यक्ष सहित 12 लोगों ने किया रक्तदान,रक्तदान जैसे पुनीत कार्य से कई जरूरतमंद मरीजों की जान बचाई जा सकती है।

कलयुग की कलम उमरिया पान – कलेक्टर श्री आशीष तिवारी के निर्देश पर एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राज सिंह ठाकुर तथा ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ. बी.के. प्रसाद के मार्गदर्शन में सोमवार को ब्लॉक ढीमरखेड़ा के अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र उमरियापान में ‘स्‍वस्‍थ नारी, सशक्त परिवार’ अभियान के तहत विशाल स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में विशेष रूप से महिलाओं और किशोरियों के स्वास्थ्य की जांच की गई। साथ ही विभिन्न रोग विशेषज्ञों की टीम द्वारा परामर्श, उपचार एवं निःशुल्क दवाइयों का वितरण किया गया।

विशेषज्ञ चिकित्सकों की उपस्थिति

शिविर में जिला चिकित्सालय कटनी से महिला रोग विशेषज्ञ, दंत चिकित्सक, मनोरोग विशेषज्ञ सहित ब्लड यूनिट टीम ने सक्रिय भूमिका निभाई। विशेषज्ञ चिकित्सकों की उपस्थिति ने मरीजों को न केवल बेहतर इलाज उपलब्ध कराया बल्कि स्वास्थ्य के प्रति जागरूक भी किया।

341 मरीजों की हुई जांच

आयोजित शिविर में कुल 341 महिलाओं एवं किशोरियों की जांच की गई। इनमें गर्भवती महिलाओं की जांच, किशोरियों में हीमोग्लोबिन की जांच, टी.बी., शुगर एवं हाईपरटेन्शन जांच सहित अन्य परीक्षण किए गए। मरीजों को समय पर निःशुल्क दवाइयाँ उपलब्ध कराई गईं ताकि उन्हें आगे किसी प्रकार की असुविधा न हो।

71 लोगों की ब्लड जांच और 12 ने किया रक्तदान

शिविर के दौरान 71 लोगों के ब्लड की जांच की गई। वहीं, समाजसेवा की मिसाल पेश करते हुए 12 लोगों ने रक्तदान किया। इनमें डॉ. अजय सोनी, जिला मंत्री विजय दुबे, उमरिया पान मंडल अध्यक्ष आशीष चौरसिया, शशांक चौरसिया एवं देवेन्द्र गौतम सहित अन्य लोग शामिल रहे। रक्तदान कर लोगों ने समाज के लिए प्रेरणा का कार्य किया।

स्वास्थ्य सेवाओं का व्यापक दायरा

शिविर में गर्भवती महिलाओं की जांच के साथ ही टी.बी. की स्क्रीनिंग, किशोरियों का हीमोग्लोबिन लेवल टेस्ट, ब्लड प्रेशर और डायबिटीज की जांच की गई। इसके अलावा आयुष्मान भारत कार्ड एवं आभा आईडी भी बनाए गए।कुष्ठ रोगियों की जांच, टीकाकरण तथा दंत जांच जैसी सेवाएँ भी शिविर में उपलब्ध कराई गईं। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने यह सुनिश्चित किया कि शिविर में आने वाले प्रत्येक मरीज को सभी सुविधाएँ समय पर मिलें।

चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों की भूमिका

शिविर को सफल बनाने में कई चिकित्सकों एवं स्वास्थ्यकर्मियों का विशेष योगदान रहा। इनमें डॉ. अजय सोनी, डॉ. सुनील आस्के, डॉ. विकास सिसोदिया, डॉ. वर्षा तुमकाम प्रमुख रूप से मौजूद रहे। इसके अलावा स्वास्थ्य अमले से राजेश सिंह, संजय द्विवेदी, रजनीश विश्वकर्मा, मनोज पसारे, अशोक इंदौरिया, सोनेलाल चक्रवर्ती, अनामिका मेहरा, आराधना डेविड, पूर्णिमा गोटिया, सुरक्षा कोरी और दामिनी चौरसिया सहित अन्य कर्मचारियों की सक्रिय उपस्थिति रही।

जनजागरूकता पर विशेष बल

शिविर में चिकित्सकों ने महिलाओं और किशोरियों को पोषण, स्वच्छता, एनीमिया की रोकथाम और नियमित स्वास्थ्य जांच की आवश्यकता पर जागरूक किया। विशेषकर किशोरियों को आयरन युक्त आहार लेने और संतुलित खानपान बनाए रखने की सलाह दी गई। गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित मातृत्व एवं नियमित जांच कराने पर जोर दिया गया।

‘स्‍वस्‍थ नारी, सशक्त परिवार’ अभियान का महत्व

इस अभियान का उद्देश्य महिलाओं के स्वास्थ्य की सुरक्षा करते हुए परिवार और समाज को सशक्त बनाना है। क्योंकि यदि महिला स्वस्थ होगी तो परिवार स्वस्थ और सशक्त होगा। यही संदेश शिविर के दौरान चिकित्सा अधिकारियों और समाजसेवियों द्वारा उपस्थित जनसमूह को दिया गया।

रक्तदानकर्ताओं को मिली सराहना

शिविर में रक्तदान करने वाले 12 समाजसेवियों की विशेष सराहना की गई। उपस्थित अधिकारियों और चिकित्सकों ने उन्हें धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि रक्तदान जैसे पुनीत कार्य से कई जरूरतमंद मरीजों की जान बचाई जा सकती है। इस तरह के योगदान से समाज में सहयोग और सेवा की भावना और मजबूत होती है।

सामाजिक सहभागिता से बना शिविर सफल

शिविर की सफलता में न केवल चिकित्सक और स्वास्थ्य अमला बल्कि स्थानीय जनप्रतिनिधि, समाजसेवी एवं ग्रामीणजन भी शामिल रहे। उनके सहयोग से बड़ी संख्या में महिलाएँ और किशोरियाँ शिविर तक पहुँच पाईं और उन्हें उपचार एवं जांच का लाभ मिला।

निःशुल्क दवा वितरण

जांच और परामर्श के साथ ही शिविर में आए सभी मरीजों को आवश्यक दवाइयाँ निःशुल्क वितरित की गईं। दवा वितरण व्यवस्था को व्यवस्थित और पारदर्शी बनाने के लिए अलग से स्वास्थ्य कर्मियों की टीम तैनात रही।

भविष्य की कार्ययोजना

स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि आने वाले समय में भी ऐसे शिविर आयोजित किए जाएंगे ताकि ग्रामीण अंचल की अधिक से अधिक महिलाएँ और किशोरियाँ स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ ले सकें। विभाग का प्रयास है कि हर स्तर पर महिलाओं को स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराई जाएं और उन्हें किसी भी तरह की परेशानी न हो। उमरियापान के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में आयोजित यह शिविर केवल उपचार तक सीमित नहीं रहा, बल्कि इसने समाज को यह संदेश भी दिया कि स्वस्थ महिला ही सशक्त परिवार की आधारशिला है। इस प्रकार के शिविर न केवल स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार करते हैं बल्कि समाज में जागरूकता बढ़ाने का भी कार्य करते हैं।

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