मध्यप्रदेश

भारत बंद के आह्वान के बीच कहीं खुले रहे बाजार, कहीं दुकानें बंद, एमपी में पुलिस सुरक्षा के बीच मिला-जुला रहा भारत बंद का असर

कलयुग की कलम से रामेश्वर त्रिपाठी की रिपोर्ट

सुप्रीम कोर्ट के एससी-एसटी आरक्षण को लेकर ‘कोटे में कोटा’ फैसले के विरोध में सामाजिक संगठनों ने किया था 21 अगस्त 2024 को भारत बंद का आह्वान। मध्य प्रदेश में सामाजिक संगठन और बहुजन समाज पार्टी ने जगह-जगह रैली निकाल कर विरोध जताया। वहीं खुले बाजारों में लोगों से बंद के समर्थन की अपील की। ज्यादातर शहरों में बंद का असर नजर नहीं आया। लेकिन हर चौक चौराहे पर पुलिस बल तैनात रहा।

बंद करो… बंद करो… गूंजे नारे

पुलिस सुरक्षा के बीच सड़कों पर बंद करो…बंद करो… के नारे गूंजते रहे। विरोध में सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारियों ने की जगह खुले प्रतिष्ठानों को बंद भी करवाया। वहीं लोगों से शांतिपूर्वक भारत बंद का समर्थन कर अपने प्रतिष्ठान बंद रखने का आह्वान भी किया। कुल मिलाकर पुलिस की चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के बीच भारत बंद का एमपी में मिला-जुला असर नजर आया।
शाजापुर- सर्वोच्च न्यायालय द्वारा बीते दिनों एससी एसटी वर्ग आरक्षण में वर्गीकरण को लेकर एवं क्रीमीलेयर लागू करने के विरोध में आज एससी एसटी वर्ग के द्वारा नगर में विरोध प्रदर्शन किया।
एक दिन पहले नगर बन्द का आह्वान करने के बाद भी नगर में नहीं दिखा बिल्कुल भी असर। पूरी तरह खुले रहे बाजार, समाजजनों द्वारा नगर में अलग-अलग जगह विरोध प्रदर्शन भी किया। हालांकि एहतियात के तौर पर नगर के अधिकांश चौराहों पर पुलिस बल तैनात रहा।
ग्वालियर- आकाशवाणी चौराहे से फूल बाग तक बहुजन समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने रैली निकाली। भारत बंद का शहर में ज्यादा असर नहीं। दुकान खुली हैं और पब्लिक ट्रांसपोर्ट के वाहन चल रहे हैं।
भोपाल- पुराने शहर में भारत बंद का कोई असर नहीं दिखा। यहां सुबह से ही दुकानें खुलना शुरू हो गईं। चौक बाजार भोपाल में खुली दुकानें। एमपी नगर बोर्ड ऑफिस चौराहे पर बहुजन समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने किया विरोध-प्रदर्शन।

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