ढीमरखेड़ा अतिक्रमण के नाम पर पहले तो गरीब की झोपड़ी उजाड़ी, अब उसी जगह पर धड़ल्ले से हो रहा निर्माण खबर प्रकाशन के बाद और भी तेजी से चल रहा अवैध निर्माण रोकने में नाकाम साबित हो रहा राजस्व विभाग ढीमरखेड़ा तहसील से चंद कदमों की दूरी पर हो रहा शासकीय भूमि पर निर्माण
कलयुग की कलम से राकेश यादव

ढीमरखेड़ा अतिक्रमण के नाम पर पहले तो गरीब की झोपड़ी उजाड़ी, अब उसी जगह पर धड़ल्ले से हो रहा निर्माण खबर प्रकाशन के बाद और भी तेजी से चल रहा अवैध निर्माण रोकने में नाकाम साबित हो रहा राजस्व विभाग ढीमरखेड़ा तहसील से चंद कदमों की दूरी पर हो रहा शासकीय भूमि पर निर्माण
कलयुग की कलम ढीमरखेड़ा -ढीमरखेड़ा तहसील से चंद कदमों की दूरी पर बरेली निवासी डॉ. पटेल के द्वारा शासकीय भूमि पर अवैधानिक तरीके से निर्माण कार्य जोरों से किया जा रहा है। गत दिवस इस संबंध में प्रमुखता के साथ समाचार का प्रकाशन भी किया गया था लेकिन खबर प्रकाशन के बाद भी तहसील से चंद कदमों की दूरी पर हो रहे अवैध निर्माण को रोकने में राजस्व अमला पूरी तरह से विफल है। वहीं सूत्रों ने बताया कि विभाग की संगामित्ती होने के कारण ही बरेली निवासी रणजीत पटेल के द्वारा धड़ल्ले से निर्माण कार्य किया जा रहा है और जैसे ही समाचार का प्रकाशन किया गया वैसे ही उसके द्वारा दूसरी मंजिल का निर्माण कार्य दिन-रात किया जा रहा है। सवाल यह उठता है कि जिस स्थान को शासकीय बताकर 80 वर्षीय शिवभक्त गर्ग पिता राधिका प्रसाद गर्ग की झोपड़ी उजाड़ी गई उसी स्थान पर कैसे अब डॉ. पटेल के द्वारा पक्का निर्माण कार्य किया जा रहा है। चंदे कदमों की दूरी पर हो रहा निर्माण कार्य क्या राजस्व विभाग को नहीं दिखता है। जबकि हल्का पटवारी लगातार उसी स्थान से दिन में कई बार गुजर रहा है।

विदित हो कि 24 दिसम्बर को तहसीलदार ढीमरखेड़ा के द्वारा ग्राम बरेली द्वारा ग्राम बरेली भूमि खसरा नम्बर 319 रकवा 3.65 के अंश भाग शासकीय भूमि पर कब्जा के संबंध में बेदखली आदेश पारित करते हुये दिनांक 30 दिसम्बर को उक्त झोपड़ी को गिरा दिया गया। उसी स्थान पर कुछ दिनों के पश्चात सरकारी भूमि में लगातार कब्जा करने का रिकार्ड बनाने वाले डॉ. पटेल की निगाहे लग गई और उसके द्वारा हल्का पटवारी एवं राजस्व विभाग के साथ संगामित्ती करके दो मंजिला पक्का अवैध निर्माण जोरों ेसे किया जा रहा है।
छुट्टी के दिन हुआ लेंटर
अवैधानिक तरीके से चोरों की तरह शासकीय भूमि पर निर्माण कार्य किया जा रहा है। राजस्व विभाग की संगामित्ती होने से अधिकारियों के द्वारा अतिक्रमणकारी को छुट्टी के दिन लेंटर डालने की सलाह दी गई। जिस पर अमल करते हुये रणजीत पटेल के द्वारा अवकाश के दिन लेंटर डालने का कार्य किया गया है, उसके उपरांत लगातार दो-तीन का अवकाश था। यह ऐसा इसलिये किया गया कि यदि कोई व्यक्ति शिकायत भी करता है तो अवकाश होने के कारण शिकायत पर सुनवाई नहीं होगी और अतिक्रमणकारी अपने विधि विरूद्ध मंसूबों पर सफल हो जावेगा। वहीं अब उसके द्वारा जोरों से दूसरी मंजिल पर निर्माण कार्य किया जा रहा है।
हल्का पटवारी की भूमिका पर हो रहे सवाल खड़े
क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि इस संबंध में एक शिकायत तहसीलदार को भी की गई है जिसमें किसी तरह की कोई सुनवाई नहीं की गई। हल्का पटवारी दान सिंह कई बार अवैध निर्माण जहां पर हो रहा है वहां पर पहुंचे है। लिहाजा अवैध निर्माण की पूरी जानकारी हल्का पटवारी को थी और है भी लेकिन सूत्रों का कहना है कि लक्ष्मी की कृपा बरसते ही इन्होंने अवैध निर्माण के लिये हरी झंडी दे दी है।




