सिहोरा- एमपी के जबलपुर शहर में खितौला के इसाफ बैंक में 11 अगस्त को 15 करोड़ की डकैती का मास्टरमाइंड पाटन निवासी रईस दमोह में मिला है। बाकी तीन डकैत झारखंड भाग गए। डकैतों ने छत्तीसगढ़ के राजगढ़ में भी बैंक में डाका डाला था। तब पुलिस ने जेल भेजा था। इसी जेल में मादक पदार्थ की तस्करी में रईस भी बंद था। यहां इनकी मुलाकात हुई।
जमानत पर बाहर आने के बाद सभी ने इसाफ बैंक में डकैती डालने की साजिश रची। यह खुलासा रईस ने किया। उसके पास से कुछ नकदी भी मिली है। मामले में पुलिस को रईस के एक साथी बल्लू की भी तलाश है।
लाल टीशर्ट में था मास्टरमाइंड
पुलिस के अनुसार, वारदात के बाद डकैत पाटन और इंद्राना में रुके। 12 अगस्त को रईस ने बाकी डकैतों को दमोह से झारखंड की ट्रेन में बिठाया। उसने बताया कि डकैती के वक्त वह भी लाल रंग की टी शर्ट पहने था। तीनों डकैत बैंक से लूटा गया पूरा सोना साथ ले गए। रईस और बल्लू को दो से ढाई लाख रुपए दिए थे। पुलिस ने रईस की निशानदेही पर यह राशि जब्त की है। डकैतों पर 30 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया है।
एटीएम में कैश लोड करने जा रहे कर्मियों से लूट
छतरपुर जिले के गौरिहार क्षेत्र में बदमाशों ने एटीएम में कैश लोडिंग के लिए जा रही एक निजी एजेंसी की वैन को रोककर 61 लाख 17 हजार 100 रुपए लूट लिए और फरार हो गए। पुलिस ने दावा किया, आरोपियों तक पहुंच गए हैं। कर्मचारी मनीष ने बताया, चितहरी तिरह पर वारदात हुई। टीम के साथ कार से सरवई एटीएम में कैश भरने जा रहे थे।
जैसे ही चितहरी तिराहा पहुंचे, हेलमेट पहने बाइक सवार दो बदमाशों ने घेर लिया और कट्टे की नोक पर गाड़ी में रखी रकम लूटकर चंद मिनटों में फरार हो गए। एसपी अगम जैन ने बताया, लूट हुई है। कुछ अहम सुराग मिले हैं और जल्द ही लूट का खुलासा किया जाएगा।