तेंदूपत्ता बोनस के नाम पर महिला द्वारा 4 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मावला उमरियापान पुलिस की सक्रियता से आरोपिया सलाखों के पीछे
कलयुग की कलम से राकेश यादव

तेंदूपत्ता बोनस के नाम पर महिला द्वारा 4 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मावला उमरियापान पुलिस की सक्रियता से आरोपिया सलाखों के पीछे
कलयुग की कलम उमरिया पान-ग्राम पंचायत बम्हनी ग्राम बनहरी थाना उमरिया पान में एक ऐसा ही मामला सामने आया, जिसमें एक महिला ने तेंदूपत्ता बोनस का लाभ दिलाने का झांसा देकर एक वृद्ध महिला से 4 लाख रुपये की ठगी कर ली। यह घटना सिर्फ एक अपराध नहीं, बल्कि यह प्रशासन, सामाजिक व्यवस्था और ग्रामीण जनता की जागरूकता पर कई सवाल खड़े करती है। इसी तारतम्य में दिनांक 29 जनवरी 2025 को उमरियापान थाना क्षेत्र में रहने वाली 60 वर्षीय वृद्धा भागवती बाई पति स्व. चैनू धोबी, निवासी ग्राम बनहरी, पुलिस थाने पहुंची और एक गंभीर शिकायत दर्ज करवाई । उन्होंने अपनी रिपोर्ट में उल्लेख किया कि ग्राम की ही रहने वाली ललिता बाई चौधरी, पति भारत चौधरी ने उनसे तेंदूपत्ता बोनस योजना का लाभ दिलाने का वादा किया। योजना के तहत वृद्धा और उसकी नाबालिग नातिन रिंकी का फॉर्म भरवाया गया। लिहाज़ा इसके बाद ललिता ने एक षड्यंत्र रचते हुए वृद्धा को यह कहकर डराया कि रिंकी की उम्र 18 वर्ष से कम है, इसलिए फॉर्म भरने में पुलिस केस बन गया है। इस फर्जी केस से छुटकारा दिलाने के नाम पर उसने वृद्धा से 4 लाख रुपये ठग लिए और फिर फरार हो गई। इस पूरी साजिश में ललिता बाई ने न केवल वृद्धा के साथ विश्वासघात किया, बल्कि उसे मानसिक, सामाजिक और आर्थिक रूप से गहरा आघात पहुंचाया। पीड़िता ने अंततः साहस कर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद थाना उमरिया पान में अपराध क्रमांक 32/25 के अंतर्गत भारतीय दंड संहिता की धारा 420 (धोखाधड़ी) और 406 (आपराधिक न्यासभंग) के तहत मामला दर्ज किया गया।
पुलिस की तत्परता और कार्रवाई
इस घटना की गंभीरता को समझते हुए उमरिया पान पुलिस ने वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक अभिजीत कुमार रंजन के निर्देशन में, अति. पुलिस अधीक्षक संतोष डेहरिया एवं अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) स्लीमनाबाद प्रभात कुमार शुक्ला के मार्गदर्शन में एक विशेष टीम गठित की गई। टीम ने तकनीकी सहायता, सायबर सेल की मदद और स्थानीय मुखबिरों की सूचना के आधार पर आरोपी महिला ललिता बाई चौधरी की तलाश शुरू की। अंततः उसे गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जहां से न्यायालय ने जेल वारंट जारी कर दिया और आरोपिया को जिला जेल कटनी भेज दिया गया।
कार्रवाई में शामिल पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका इनकी रही
इस पूरे अभियान में थाना प्रभारी उपनिरीक्षक दिनेश तिवारी की भूमिका अत्यंत सराहनीय रही। इसके अलावा सउनि. गया प्रसाद मंगोरे, प्र.आर. अजय तिवारी, प्र.आर. आशीष झारिया, प्र.आर. अजय सिंह, आरक्षक योगेश पटैल, और सायबर सेल से प्र.आर. प्रशांत विश्वकर्मा की विशेष भूमिका रही। सभी की सूझबूझ और मेहनत से यह कार्रवाई सफल हो सकी।
 
				 
					
 
					
 
						


