जिला पंचायत सीईओ हरसिमरनप्रीत कौर ने किया उमरिया पान बम्हनी करौंदी केंद्र बिंदु के विकास कार्यों का निरीक्षण पर्यटन, जल संरक्षण और कृषि उन्नति पर दिया जोर — अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश
कलयुग की कलम से राकेश यादव

जिला पंचायत सीईओ हरसिमरनप्रीत कौर ने किया उमरिया पान बम्हनी करौंदी केंद्र बिंदु के विकास कार्यों का निरीक्षण पर्यटन, जल संरक्षण और कृषि उन्नति पर दिया जोर — अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश
कलयुग की कलम उमरिया पान – देश के भौगोलिक केंद्र बिंदु करौंदी का रखरखाव और यहां आने वाले पर्यटकों के लिए बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जिला पंचायत सीईओ सुश्री हरसिमरनप्रीत कौर ने गुरुवार को जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा के अंतर्गत बम्हनी, उमरिया पान और बरेली रामपुर सहित कई ग्राम पंचायतों का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने वाटरशेड, मनरेगा और 15वें वित्त आयोग से संचालित निर्माण एवं विकास कार्यों का स्थलीय जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

सीईओ ने करौंदी केंद्र बिंदु पर कहा कि यह स्थल भौगोलिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है, इसलिए यहां साफ-सफाई, चौकीदार की नियुक्ति, पेयजल, शौचालय और अन्य बुनियादी व्यवस्थाएं सुव्यवस्थित रूप से की जाएं। उन्होंने ग्राम पंचायत बम्हनी के अधिकारियों को निर्देशित किया कि पर्यटन विकास और सौंदर्यीकरण के दृष्टिकोण से करौंदी क्षेत्र को आकर्षक रूप में विकसित किया जाए ताकि यहां आने वाले आगंतुकों को सकारात्मक अनुभव मिल सके।
जल संरक्षण और किसानों की आर्थिक सशक्तता पर जोर
निरीक्षण के दौरान सुश्री कौर ने वाटरशेड परियोजना से निर्मित संरचनाओं का निरीक्षण किया और कहा कि इन योजनाओं का उद्देश्य केवल जल संग्रहण नहीं, बल्कि किसानों की आय बढ़ाना भी है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जल संरचनाओं में पर्याप्त जल संरक्षण सुनिश्चित किया जाए ताकि किसानों को सिंचाई सुविधा मिल सके और मत्स्य पालन से उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो।
ग्राम पंचायत बम्हनी के आश्रित ग्राम बनेहरा में उन्होंने 10.44 लाख रुपए की लागत से निर्मित अमृत सरोवर तालाब का निरीक्षण किया। वहीं, करौंदी ग्राम में किसान रामदीन चौधरी के खेत तालाब (लागत ₹4.95 लाख) का भी जायजा लिया। इस अवसर पर किसान रामदीन चौधरी ने बताया कि तालाब बनने से अब उनके खेतों की सिंचाई सुचारू रूप से हो रही है और मत्स्य पालन से अतिरिक्त आमदनी भी मिल रही है। इस पर सीईओ ने कहा कि ऐसे प्रेरणादायक उदाहरणों को अन्य किसानों तक भी पहुंचाया जाए।

कस्टम हायरिंग सेंटर मढ़ेरा में कृषक उत्पादक संघ से संवाद
सुश्री कौर मढ़ेरा स्थित कस्टम हायरिंग सेंटर पहुंचीं, जहां उन्होंने कृषक उत्पादक संगठन (एफपीओ) के पदाधिकारियों से चर्चा की। कृषकों ने उन्हें बताया कि वे चिया सीड का संग्रहण और भंडारण कर रहे हैं ताकि उचित समय पर बाजार में बेचकर बेहतर मूल्य प्राप्त किया जा सके। साथ ही उन्होंने पोहा प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित करने की दिशा में चल रहे प्रयासों की जानकारी भी दी।
सीईओ ने कृषकों की बात ध्यानपूर्वक सुनते हुए कहा कि कृषि से जुड़ी योजनाओं का अधिकतम लाभ किसानों तक पहुंचे, इसके लिए सभी विभागीय अधिकारी सक्रिय रहें। उन्होंने उर्वरक उपलब्धता, सिंचाई साधनों के सुचारू उपयोग और कस्टम हायरिंग सेंटर के विद्युतीकरण कार्य को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए।

गुणवत्ता और तकनीकी मानकों पर सख्त निर्देश
उमरिया पान ग्राम पंचायत में सीईओ कौर ने मनरेगा योजना से निर्मित खेल मैदान, अतिरिक्त कक्ष, 15वें वित्त आयोग से निर्मित सांस्कृतिक भवन एवं अन्य विकास कार्यों का बारीकी से निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि सभी निर्माण कार्य तकनीकी मानकों के अनुरूप और उच्च गुणवत्ता के साथ पूरे किए जाएं। किसी भी प्रकार की लापरवाही या घटिया निर्माण कार्य बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि उमरिया पान स्थित पुराने स्तंभों को विधि-सम्मत प्रक्रिया अपनाते हुए डिस्मेंटल किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने शांति धाम, नाला बंधान, चेक डैम, जल गंगा संवर्धन कार्य और “एक बगिया मां के नाम” योजना के तहत किए जा रहे कार्यों का भी स्थलीय मुआयना किया।
जनसमस्याओं के प्रति संवेदनशीलता दिखाई
निरीक्षण के दौरान ग्राम निवासी राकेश पटेल ने अपनी राशन पर्ची से संबंधित समस्या बताई। इस पर सीईओ सुश्री कौर ने तुरंत अधिकारियों को समस्या का निराकरण करने के निर्देश दिए और कहा कि आम जनता की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता पर किया जाए।
अधिकारियों की रही उपस्थिति
इस अवसर पर जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी यूजवेंद्र कोरी, सहायक यंत्री अजय केसरवानी, स्वच्छ भारत मिशन के जिला समन्वयक एवं वाटरशेड–पर्यटन प्रभारी कमलेश सैनी, मनरेगा परियोजना अधिकारी ऋषि राज चढ़ार, अभिषेक भार्गव, संतोष पाठक सहित अन्य जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
जिला पंचायत सीईओ हरसिमरनप्रीत कौर का यह दौरा न केवल निरीक्षण तक सीमित रहा, बल्कि उन्होंने हर स्थान पर योजनाओं की जमीनी हकीकत को परखा और अधिकारियों से कार्यक्षमता और जवाबदेही बढ़ाने के निर्देश दिए। करौंदी केंद्र बिंदु को पर्यटन दृष्टि से विकसित करने, जल संरक्षण को बढ़ावा देने और किसानों की आय वृद्धि हेतु किए जा रहे ये प्रयास निश्चित रूप से ग्रामीण विकास की दिशा में एक सकारात्मक और प्रेरणादायक पहल साबित होंगे।




