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नरवाई, पराली जलाना वातावरण एवं मृदा स्वास्थ्य के लिये हानिकारक हैप्पी सीडर,सुपर सीडर से पराली जलाये बिना ही करें गेंहूँ की सीधी बोनी

कलयुग की कलम से राकेश यादव

नरवाई, पराली जलाना वातावरण एवं मृदा स्वास्थ्य के लिये हानिकारक हैप्पी सीडर,सुपर सीडर से पराली जलाये बिना ही करें गेंहूँ की सीधी बोनी

कलयुग की कलम कटनी-जिले के कुछ किसान भाई धान की फसल कटाई के बाद नरवाई, पराली को जलाकर गेहॅू की बुवाई करते है। पराली जलाने से वायु प्रदूषण तेजी से बढता है साथ ही मृदा का कार्बनिक पदार्थ कम हो जाता है एवं मृदा में उपस्थित सूक्ष्म 4 जीव भी नष्ट होते है। नरवाई जलाने से गेहॅू की बोनी भी समय से नहीं हो पाती है।

नवीन कृषि यंत्र हैप्पी सीडर, सुपर सीडर से गेंहूँ की सीधी बुवाई धान कटाई के तुरंत बाद कर दी जाती है, जिससे गेंहूँ फसल 10-15 दिन पूर्व ही पक कर तैयार हो जाती है। जिससे गेहॅूं की फसल मार्च माह के अंत में बढ़ने वाले तापमान (ज्मतउपदंस ीमंज ैजतमे) से बची रहती है तथा उत्पादन अच्छां होता है। हैप्पी सीडर/सुपर सीडर से सीधी बुवाई करने पर बीज दर कम लगती है, जो उत्पादन लागत को कम करता है साथ ही फसल कटाई उपरांत सीधी बुवाई करने से नरवाई जलाने की आवश्यकता भी नही पड़ती है। हैप्पी सीडर से सीधी बुवाई पर हैप्पी सीडर फसल अवशेष को काटकर जमीन की सतह पर छोड़ता जाता है जिससे मल्च् (डनसबी) की ऊपरी परत बन जाती है, जो कि खरपतवार की वृद्धि को एवं वाष्पीकरण को कम करने के साथ ही मृदा में कार्बनिक पदार्थ को बढ़ाता है।

हैप्पी सीडर एवं सुपर सीडर को क्रय करने पर शासन द्वारा अनुदान राशि रू. 84 हजार से 1 लाख 5 हजार तक का अनुदान भी प्रदाय किया जा रहा है। जिन कृषकों हैप्पी, सुपर सीडर का क्रय करना वह ई-कृषि यंत्र अनुदान पोर्टल पर पंजीयन करा सकते है। अधिक जानकारी के लिये सहायक कृषि यंत्री मोबाईल नंबर 9425469228 पर संपर्क कर सकते है। अतः कृषक भाईयों से अपील की जाती है कि वे नरवाई को न जलाये तथा मृदा स्वास्थ्य बनाये रखे एवं वायु प्रदूषण कम करने में अपना सहयोग दें।

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