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जबलपुर जिले के ग्राम छपरा में 55 एकड़ शासकीय जमीन को अतिक्रमणकारियों से प्रशासन ने कराया मुक्त, अवैध कब्जा कर कर रहे थे मूंग-उड़द की खेती

कलयुग की कलम से रामेश्वर त्रिपाठी

जबलपुर/सिहोरा- 55 एकड़ सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर खेती करने वालों को शुक्रवार को पुलिस और प्रशासन की संयुक्त कार्रवाई में हटाया गया। अतिक्रमण मुक्त कराई गई भूमि का सरकारी मूल्य करीब एक करोड़ 40 लाख रुपए आंका गया है जबकि इसका बाजार मूल्य 10 करोड़ के आसपास होने का अनुमान है। मामला मझौली तहसील के ग्राम छपरा का है। यहां पांच किसान सरकारी भूमि पर अवैध रूप से खेती कर रहे थे। इस पर मूंग व उड़द की फसल लगी थी। जमीन को सरपंच और सचिव के सुपुर्द कर दिया गया है।

लंबे समय से हो रही थी खेती

इस जमीन पर लंबे समय से अतिक्रमण कर खेती की जा रही थी। पूर्व में नायब तहसीलदार की तरफ से शासकीय नोटिस भी दिया गया लेकिन इसके बाद भी लगातार खेती कर लाभ कमाया जा रहा था। 13 मई को नायब तहसीलदार ने नोटिस देकर कब्जा हटाने 16 मई तक का समय दिया था।

ग्राम छपरा में 55 एकड़ सरकारी जमीन पर कब्जा कर खेती की जा रही थी। पूर्व में कब्जेधारियों को नोटिस भेजे गए थे। कब्जा नहीं हटाने पर शुक्रवार को अतिक्रमण मुक्त कराया गया। इस जमीन का सरकारी मूल्य 1 करोड 40 लाख रुपए आंका गया है। जमीन को सरपंच और सचिव के सुपुर्द कर दिया गया है।

रूपेश सिंघई, एसडीएम सिहोरा

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