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पुलिस की चेतावनी को नजरअंदाज करना पड़ा भारी ढीमरखेडा पुलिस की बड़ी कार्रवाई: बाउंड ओवर का उल्लंघन करने वाले चार आरोपी न्यायालय में पेश

कलयुग की कलम से राकेश यादव

पुलिस की चेतावनी को नजरअंदाज करना पड़ा भारी ढीमरखेडा पुलिस की बड़ी कार्रवाई: बाउंड ओवर का उल्लंघन करने वाले चार आरोपी न्यायालय में पेश

कलयुग की कलम ढीमरखेड़ा – जिले में अपराध पर प्रभावी नियंत्रण और शांति व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक अभिनय विश्वकर्मा के निर्देशन में अपराधियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई निरंतर जारी है। इसी अभियान के तहत ढीमरखेडा पुलिस ने उन व्यक्तियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ सख्त कदम उठाए, जो पूर्व में बाउंड ओवर किए जाने के बावजूद लगातार आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त थे।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. संतोष डेहरिया तथा एसडीओपी स्लीमनाबाद आकांक्षा चतुर्वेदी के मार्गदर्शन में ढीमरखेडा थाना प्रभारी अभिषेक चौबे ने थाना क्षेत्र में सक्रिय ऐसे अपराधियों की सूची तैयार की जो बार-बार गंभीर अपराध करते पाए गए। इन सभी को पहले न्यायालय द्वारा बंध पत्र भरवाकर चेतावनी दी गई थी कि वे भविष्य में किसी भी अपराध में शामिल नहीं होंगे, परंतु चेतावनी को नजरअंदाज करते हुए उन्होंने पुनः अपराध किया।

नियमानुसार शर्तों का उल्लंघन पाए जाने पर ढीमरखेडा पुलिस ने इन आरोपियों के विरुद्ध धारा 141 बीएनएसएस के तहत इस्तगासा तैयार कर कठोर कार्रवाई की। तत्पश्चात सभी को एसडीएम ढीमरखेडा के न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। जिन चार व्यक्तियों पर कार्रवाई की गई, वे हैं—राकेश पिता रामदीन पटैल, उम्र 35 वर्ष, निवासी ग्राम मडैयन नरेन्द्र उर्फ नंदकिशोर बर्मन, उम्र 35 वर्ष, निवासी ग्राम पिडरई गुड्डा पिता दईया बर्मन, उम्र 50 वर्ष, निवासी ग्राम दिरीं संतोष पिता सन्नू लाल वंशकार, उम्र 40 वर्ष, निवासी ग्राम ठिर्री

पुलिस के मुताबिक, इन सभी आरोपियों को पूर्व में शांति भंग न करने एवं किसी भी प्रकार की आपराधिक गतिविधि से दूर रहने की शर्तों पर बंध पत्र जारी किए गए थे। इसके बावजूद इन्होंने नियम तोड़ते हुए पुनः अवैध कार्यों में संलिप्तता दिखाई, जिसके कारण अब उनके विरुद्ध कानूनी प्रक्रिया कड़ाई से आगे बढ़ाई गई है।

थाना प्रभारी अभिषेक चौबे ने बताया कि क्षेत्र में कानून-व्यवस्था को प्रभावित करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि बाउंड ओवर का उल्लंघन गंभीर अपराध माना जाता है और भविष्य में भी ऐसे मामलों पर पुलिस की सख्त निगरानी बनी रहेगी। अपराधियों पर निरंतर नकेल कसी जाएगी ताकि आमजन में सुरक्षा की भावना और अधिक मजबूत हो सके।

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