रहेगी तो सिर्फ यादें मित्रता की मिसाल कायम करने वाले सचिन तिवारी अब नहीं रहे हमारे बीच, अब नहीं लौट के आने वाला , घर खुला छोड़ के जाने वाला, रहने को सदा दहर में आता नहीं कोई, तुम जैसे गए ऐसे भी जाता नहीं कोई।
कलयुग की कलम से राकेश यादव

रहेगी तो सिर्फ यादें मित्रता की मिसाल कायम करने वाले सचिन तिवारी अब नहीं रहे हमारे बीच,
अब नहीं लौट के आने वाला , घर खुला छोड़ के जाने वाला, रहने को सदा दहर में आता नहीं कोई, तुम जैसे गए ऐसे भी जाता नहीं कोई।
कलयुग की कलम उमरिया पान-उमरियापान निवासी सचिन तिवारी, 33 वर्ष का हदय गति रूक जाने के कारण रविवार को दोपहर निधन हो गया। अंतिम संस्कार गृह ग्राम उमरियापान में किया गया। सचिन तिवारी, मीनाक्षी कृषि केन्द्र के संचालक विजय दुबे के ममेरे भाई थे।

अल्पआयु में ही श्री तिवारी के निधन ने सभी को स्तभ कर दिया है। जैसे ही निधन की जानकारी गांव में लगी तो कोई भरोसा नहीं कर रहा था। हसमुख प्रतिभा के धनी भाई सचिन तिवारी का अचानक इस तरह से सभी को छोड़ कर चले जाने के लिये कोई शब्द नहीं है। शनिवार को शाम में सभी मित्रों से मुलाकात भी हुई लेकिन यह कहां पता था कि यह अंतिम दिन होगा। सचिन भाई इस तरह से छोड़कर चले जाओंगे यह पता नहीं था। आज समाचार लिखने में हाथ कांप रहे है। मृत्यु तो अटल है और सत्य भी है लेकिन अचानक से अल्पआयु में ही सचिन तिवारी के निधन ने झकझोर दिया है। सचिन अपने पीछे पत्नी, मां एवं छोटे भाई को छोड़ गये। ईश्वर अपने चरणों में भाई सचिन तिवारी को स्थान दे। एवं परिवार को इस दुख सहने की शक्ति दे।




