मध्यप्रदेश
एमपी के कटनी में चोरी के मामले में मां-बेटे को पकड़कर लाई जीआरपी लेडी टीआई ने मां-बेटे को बेरहमी से पीटा, रोंगटे खड़ा कर देने वाला वीडियो हुआ वायरल
कलयुग की कलम से रामेश्वर त्रिपाठी
कटनी जिले में जीआरपी टीआई अरुणा वाहने का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो को देखकर हर किसी के रोंगटे खड़े हो जा रहे हैं। वीडियो जीआरपी थाने के टीआई के चैंबर के अंदर लगे सीसीटीवी का है जिसमें जीआरपी टीआई अरुणा वाहने एक दलित बुजुर्ग महिला व उसके नाती के साथ केबिन में पाइप से मारपीट करती नजर आ रही हैं।
देखें वीडियो-
वीडियो में लेडी टीआई की बेरहम तस्वीर
वायरल वीडियो में दिख रहा है कि लेडी टीआई अरुणा वाहने पहले केबिन का दरवाजा बंद करती हैं और फिर पाइप लेकर हैवानों की तरह दलित महिला की पिटाई शुरू कर देती हैं। महिला के बाल पकड़कर जमीन पर पटक देती हैं और फिर उसके नाती पर टीआई मैडम का कहर टूटता है। उसे भी जमकर पीटती हैं और दोनों को अचेत होने तक पीटती हैं। इस दौरान एक अन्य स्टॉफ भी चेम्बर में दाखिल हुआ, लेकिन रोकने की कोशिश नहीं की, चूंकी थाना प्रभारी का अपना रौब चलता है। बताया जा रहा है कि पूरे घटनाक्रम में 4 पुलिसकर्मी शामिल थे।
यह है मामला
जानकारी के अनुसार 29 सितंबर 2023 को ट्रेन में हुई चोरी के एक मामले में दीपक वंशकार (35) को जीआरपी ने आरोपी बनाया था। बताया जा रहा है कि दीपक ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर ट्रेनों में चोरी करता था। पकड़े गए आरोपियों ने दीपक का नाम बताया था, जिसकी जीआरपी तलाश कर रही थी। कथित आरोपी की गिरफ्तारी के लिए थाना प्रभारी ने दीपक वंशकार की मां कुसुम वंशकार व उसके नाबालिग बेटे को दबाव बनाने के लिए उठा लिया। थाने में लाकर अपने चेम्बर में बंद किया और पाइप से बेरहमी पूर्वक पीटा, दलित महिला के बाल पकडकऱ जमीन में पटका। कभी दादी के साथ तो कभी नाती के साथ निरीक्षक बेरहमी करती रहीं। बताया जा रहा है कि जीआरपी ने कुसुम को भी 351 में आरोपी बना दिया था।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने ट्वीट किया वीडियो
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इस वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ट्वीट कर लिखा है कि कटनी जीआरपी ने झर्रा टिकुरिया के 15 साल के बालक व उसकी दादी कुसुम वंशकार को बेरहमी से पीटा! कानून/संविधान से बड़े पुलिस के छोटे-बड़े नुमाइंदों ने यह हरकत फिर एक दलित परिवार के साथ की है। बीजेपी ने दलित उत्पीड़न को सबसे बड़ा हथियार बना लिया है! भाजपा सत्ता भी पिछड़े/आदिवासियों पर अत्याचार करने में कोई कसर बाकी नहीं रख रही है! राजनीतिक दुर्भावना का यह खेल बंद होना चाहिए!




