साइकिल मिली, चेहरे खिले शासन की योजना से 161 छात्र-छात्राओं को मिली नई उड़ान सांदीपनि विद्यालय उमरियापान में हुआ साइकिल वितरण कार्यक्रम, विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह रहे मुख्य अतिथि,
कलयुग की कलम से राकेश यादव

साइकिल मिली, चेहरे खिले शासन की योजना से 161 छात्र-छात्राओं को मिली नई उड़ान
सांदीपनि विद्यालय उमरियापान में हुआ साइकिल वितरण कार्यक्रम, विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह रहे मुख्य अतिथि,
कल की कलम उमरिया पान – शासन की निःशुल्क साइकिल वितरण योजना के तहत शुक्रवार को सांदीपनि शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय उमरियापान में साइकिल वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उनके साथ जिला मंत्री विजय दुबे, मंडल अध्यक्ष आशीष चौरसिया, सरपंच अटल ब्यौहार और जनपद सदस्य शैलेंद्र पौराणिक सहित कई जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना एवं दीप प्रज्वलन के साथ हुई। विद्यालय के प्राचार्य मुकेश पटेल ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत विद्यालय के 161 छात्र-छात्राओं को साइकिलें वितरित की गईं, जिनमें कक्षा 6वीं के 27 और कक्षा 9वीं के 134 विद्यार्थी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि यह योजना उन विद्यार्थियों के लिए बड़ी राहत है जो दूरस्थ क्षेत्रों से विद्यालय आते हैं।


विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि शासन की यह पहल बच्चों को शिक्षा से जोड़ने का एक सशक्त माध्यम है। उन्होंने कहा, “साइकिल मिलने से बच्चों को अब विद्यालय आने-जाने में कठिनाई नहीं होगी। आप सभी मन लगाकर पढ़ें और जीवन में आगे बढ़ें, क्योंकि आप ही हमारे भविष्य हैं।”उन्होंने शिक्षकों से कहा कि वे बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दें और उन्हें समाज के जिम्मेदार नागरिक के रूप में तैयार करें। जनपद सदस्य शैलेंद्र पौराणिक ने कहा कि यह योजना विशेष रूप से बालिकाओं के लिए आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम है।

इस अवसर पर उपस्थित संतोष दुबे, राजेश ब्यौहार, जितेन्द्र अरोरा, पारस पटेल, प्रदीप चौरसिया, अंकित झारिया, शैंकी चौरसिया, राकेश दाहिया, दिनेश असाटी, ज्ञानचंद चौरसिया, विनोद साहू, रिंकू मिश्रा, रिंकल सोनी, रामविशाल विश्वकर्मा, यश चौरसिया सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। आभार प्रदर्शन प्राचार्य मुकेश पटेल ने किया। साइकिल प्राप्त करते ही बच्चों के चेहरों पर मुस्कान फैल गई और विद्यालय परिसर तालियों की गूंज से भर उठा।




