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प्रसव के बाद महिला की मौत – नर्सिंग ऑफिसर सहित आठ स्टाफ को नोटिस, जवाब तलब उमरिया पान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया था

कलयुग की कलम से राकेश यादव

प्रसव के बाद महिला की मौत – नर्सिंग ऑफिसर सहित आठ स्टाफ को नोटिस, जवाब तलब उमरिया पान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया था

कल की कलम उमरिया पान – सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र उमरियापान में उपचार के दौरान कथित चिकित्सीय लापरवाही से एक प्रसूता की मौत (1 दिसंबर की रात) ने स्वास्थ्य व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। मामले को जिला स्वास्थ्य प्रशासन ने अत्यंत गंभीरता से लेते हुए जांच प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। उमा साहू नामक प्रसूता की मृत्यु के बाद परिजनों द्वारा लगाए गए आरोपों और परिस्थितियों की समीक्षा के पश्चात विकासखंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. बी.के. प्रसाद ने ड्यूटी पर तैनात नर्सिंग ऑफिसर सहित कुल आठ नर्सिंग स्टाफ को कारण बताओ नोटिस जारी किया है और दो दिवस के भीतर जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।

नोटिस जिन कर्मचारियों को जारी किया गया है, उनमें नर्सिंग ऑफिसर सरोज कोल, गुलाब कली कोल, रश्मि पटेल, केता पुट्टे, अम्बिका चौधरी, रेणु भोरजार, दीक्षा पटवा एवं पुरुष नर्सिंग ऑफिसर संजय चक्रवर्ती शामिल हैं। बीएमओ ने स्पष्ट कहा है कि यदि समय सीमा में उचित जवाब प्रस्तुत नहीं किया गया या जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया, तो संबंधितों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई प्रस्तावित की जाएगी।

मामले का क्रमवार विवरण

ढीमरखेड़ा विकासखंड के ग्राम पोंडी कला बी निवासी संजीव साहू अपनी पत्नी उमा साहू (प्रसूता) को 1 दिसंबर की रात लगभग 12:58 बजे प्रसव पीड़ा अधिक होने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लेकर पहुंचे थे। नर्सिंग स्टाफ द्वारा प्रारंभिक जांच कर परिजनों को यह कहकर आश्वस्त किया गया कि महिला की स्थिति सामान्य है तथा प्रसव सहज रूप से हो जाएगा। परिजनों का आरोप है कि जांच के बाद ड्यूटी स्टाफ गहरी लापरवाही बरतते हुए आराम के लिए चला गया और बुलाने के बाद भी समय पर उपस्थित नहीं हुआ।

प्रसूता ने कुछ समय बाद बच्ची को जन्म दिया, परंतु उसके तुरंत बाद स्वास्थ्य अचानक बिगड़ने लगा। परिजनों का कहना है कि स्टाफ ने न तो गंभीरता को समय रहते पहचाना, न वरिष्ठ चिकित्सा कर्मियों को सूचना दी और न ही आवश्यक उपचार प्रक्रिया शुरू की, जिसके परिणामस्वरूप प्रसूता ने दम तोड़ दिया।

प्रशासन सख्त – जांच जारी

घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हुआ है। संपूर्ण घटनाक्रम की जांच जारी है और नर्सिंग स्टाफ से प्राप्त होने वाले उत्तरों के आधार पर आगे की कार्रवाई तय होगी। बीएमओ डॉ. प्रसाद ने कहा कि प्रसूता की मौत अत्यंत गंभीर विषय है, इसलिए तथ्यात्मक परीक्षण के बाद दोषी पाए जाने वालों पर कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही अनिवार्य रूप से सुनिश्चित की जाएगी।

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