जिले में समर्थन मूल्य पर अब तक 4 लाख 2 हजार मीट्रिक टन से अधिक धान उपार्जित अब तक 48 हजार 518 कृषकों से उपार्जित की जा चुकी धान कृषकों को किया गया 558 करोड़ 74 लाख रुपये का भुगतान
कलयुग की कलम से राकेश यादव

जिले में समर्थन मूल्य पर अब तक 4 लाख 2 हजार मीट्रिक टन से अधिक धान उपार्जित अब तक 48 हजार 518 कृषकों से उपार्जित की जा चुकी धान कृषकों को किया गया 558 करोड़ 74 लाख रुपये का भुगतान
कलयुग की कलम कटनी-खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के लिए धान कॉमन का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2300 रुपये प्रति क्विंटल पर गुरूवार 16 जनवरी तक कुल 48 हजार 518 कृषकों से 4 लाख 2 हजार 810 मीट्रिक टन धान का उपार्जन किया जा चुका है। इसमें 3 लाख 10 हजार 542 मीट्रिक टन धान का गोदामों में परिवहन भी किया जा चुका है। जिले में अब तक 50 हजार 611 कृषकों द्वारा स्लॉट की बुकिंग की जा चुकी है तथा 2 लाख 85 हजार 596 मीट्रिक टन के स्वीकृति पत्रक भी जारी किये जा चुके है। इसी तरह से अब तक कृषकों को उपार्जित धान का 558 करोड़ 74 लाख रुपये का भुगतान किया जा चुका है।
बहोरीबंद में 90 हजार मीट्रिक टन से अधिक धान उपार्जित
जिले में अब तक हुए धान उपार्जन के मामले में तहसील बहोरीबंद अग्रणी है। यहां पर गुरूवार 16 जनवरी की स्थिति में कुल 10478 किसानों से 90 हजार 238 मीट्रिक टन धान का समर्थन मूल्य पर उपार्जन किया जा चुका है। जबकि दूसरे नंबर पर तहसील ढीमरखेड़ा मे 8245 किसानों सेे 59 हजार 202 मीट्रिक टन धान समर्थन मूल्य पर उपार्जित की जा चुकी है।
इसके अलावा रीठी तहसील में अब तक की स्थिति में 6224 किसानों से 58 हजार 179 मीट्रिक टन धान उपार्जित की गई है। वहीं बड़वारा तहसील में 6127 किसानों से 43 हजार 575 मीट्रिक टन धान उपार्जित की जा चुकी है। जबकि विजयराघवगढ़ तहसील के 4979 कृषकों से 39 हजार 605 मीट्रिक टन धान उपार्जित की जा चुकी है। इसी प्रकार बरही तहसील के 5093 किसानों से 43 हजार 104 मीट्रिक टन धान व कटनी एवं कटनी नगर तहसील तहसील के 4059 किसानों से 39 हजार 389 मीट्रिक टन तथा के साथ ही स्लीमनाबाद तहसील के 3313 किसानों से 29 हजार 517 मीट्रिक टन धान का उपार्जन किया जा चुका है।
कलेक्टर श्री दिलीप कुमार यादव ने धान उपार्जन कार्य से जुड़े सभी अधिकारियों को धान उपार्जन केन्द्रों में तिरपाल, पन्नी सहित अन्य समस्त आवश्यक इंतजाम पुख्ता रखनें के निर्देश दिए है। इसके अलावा कलेक्टर श्री यादव द्वारा निरंतर उपार्जन केन्द्रों का औचक निरीक्षण भी किया जाकर खरीदी केन्द्र प्रभारियों और इस कार्य से संबंधित सभी अधिकारियों को दो टूक लहजे मे निर्देशित किया है कि किसानों के हित से जुड़े मामले में किसी भी स्तर की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।




