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जबलपुर में बच्ची से हैवानियत का केस दर्ज करने में टीआई की आनाकानी, एसपी ने किया टीआई को लाइन अटैच

कलयुग की कलम से रामेश्वर त्रिपाठी की रिपोर्ट

जबलपुर- एक ओर सरकारों से लेकर समाजसेवी संगठन बच्चों के यौन शोषण और उनकी रोकथाम के लिए प्रयास कर रहे हैं, वहीं जिम्मेदार अधिकारी इन प्रयासों को ठेंगा दिखाकर हैवानों का हौंसला बढ़ाने का काम कर रहे हैं। ऐसा ही मामला जबलपुर में आया है। जहां एक तीन साल की बच्ची के साथ हैवानियत का प्रयास हुआ। इस मामले में थाना प्रभारी ने पीडि़त बच्ची को न्याय दिलाने और आरोपी को गिरफ्तार करने के बजाय आरोपी को बचाने का प्रयास करते हुए उसकी मां से रिपोर्ट नहीं करने की बात कही। इस पर मां बिफर गई और जमकर हंगामा कर दिया। मामला वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में आते ही टीआई की संवेदनशीलता पर सवाल उठने लगे हैं।

पीड़िता की मां का आरोप, टीआई ने कहा था बदनामी होगी

महज तीन साल की बच्ची से कथित हैवानियत की कोशिश के मामले में एफआइआर दर्ज करने में आनाकानी करने वाले घमापुर टीआइ प्रमोद साहू को एसपी ने लाइन हाजिर कर दिया है। बच्ची की मां का आरोप है कि टीआइ ने बदनामी का डर दिखाकर खुद की ओर से छेड़छाड़ का मामला दर्ज कराने के लिए कहा था।

बच्ची से हैवानियत का केस दर्ज करने में आनाकानी, टीआई लाइन हाजिर

घटना गुरुवार की रात की है। आरोप है कि कल्लू चौधरी नामक युवक ने तीन साल की बच्ची को उठा ले गया और हैवानियत करने की कोशिश की। बच्ची के चिल्लाने पर आरोपी उसे छोडकऱ भाग निकला। रात को ही बच्ची की मां घमापुर थाने पहुंची और शिकायत की। महिला का आरोप है कि वह काफी समय तक थाने के बाहर बैठी रही, पर पुलिसकर्मी टीआइ के व्यस्त होने का हवाला देकर एफआइआर दर्ज करने को तैयार नहीं थे। बाद में टीआइ प्रमोद साहू ने महिला से कहा कि अपने साथ छेड़छाड़ की शिकायत दर्ज करा दे वरना बदनामी होगी। इसकी जानकारी मिलने पर कांग्रेस के कार्यकर्ता थाना पहुंच गए और हंगामा कर दिया।

पॉक्सो एक्ट में मामला दर्ज

विरोध प्रदर्शन की सूचना पर रात को ही पुलिस अधिकारी घमापुर पहुंचे और पीड़िता की मां से बात की। रात में ही पॉक्सो एक्ट में मामला दर्ज किया गया। शुक्रवार को पुलिस असंवेदनशील रवैया सामने आने पर एसपी आदित्य प्रताप सिंह ने टीआइ साहू को लाइन अटैच करने के आदेश दिए।

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