नशे से दूरी है जरूरी”उमरिया पान कुदवारी सुभाष चंद्र बोस बालिका छात्रावास में चला नशा मुक्ति जागरूकता अभियान, छात्राओं से संवाद कर एस.डी.ओपी.थाना प्रभारी ने नशा से दूर रहने की शपथ दिलाई,
कलयुग की कलम से राकेश यादव

“नशे से दूरी है जरूरी”उमरिया पान कुदवारी सुभाष चंद्र बोस बालिका छात्रावास में चला नशा मुक्ति जागरूकता अभियान, छात्राओं से संवाद कर एस.डी.ओपी.थाना प्रभारी ने नशा से दूर रहने की शपथ दिलाई,
कलयुग की कलम उमरिया पान – नशे से दूरी है जरूरी जागरूकता अभियान जिले के अलग-अलग स्थानों में कार्यक्रम आयोजित किया जा रहे हैं रविवार को थाना उमरिया पान पुलिस ने पुलिस अधीक्षक अभिनय विश्वकर्मा के निर्देशानुसार, एस.डी.ओपी. आकांक्षा चतुर्वेदी और थाना प्रभारी दिनेश तिवारी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस बालिका छात्रावास उमरिया पान कुदवारी में एक महत्वपूर्ण नशा मुक्ति अभियान चलाया। इस अभियान का उद्देश्य छात्राओं को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करना और उन्हें नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित करना और दूसरों को भी नशे के दुष्प्रभाव के बारे में जागरूक करने के लिए कहा गया।

नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूकता
एस.डी.ओपी. आकांक्षा चतुर्वेदी ने छात्राओं से कहा कि नशा एक सामाजिक बुराई है जिसे दूर करना हम सभी का कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि नशा न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि यह मानसिक और सामाजिक रूप से भी नुकसानदायक होता है। उन्होंने छात्राओं से आग्रह किया कि वे खुद नशे से दूर रहें और दूसरों को भी नशे के दुष्प्रभावों के बारे में बताएं।
छात्राओं को शपथ दिलाई गई
थाना प्रभारी दिनेश तिवारी ने छात्राओं को नशे से दूरी बनाए रखने के लिए शपथ दिलाई। इस शपथ के माध्यम से, छात्राओं ने नशे से दूर रहने और स्वस्थ जीवन यापन करने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि वे नशा करने वाले लोगों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करेंगे और उन्हें नशा मुक्त जीवन यापन करने के लिए प्रेरित करेंगे।

उमरिया पान कुदवारी में चलाए गए इस नशा मुक्ति अभियान ने छात्राओं को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस तरह के अभियान से छात्राओं को नशे के खतरों से बचने और स्वस्थ जीवन यापन करने में मदद मिल सकती है। पुलिस अधीक्षक अभिनय विश्वकर्मा के निर्देशानुसार, एस.डी.ओपी. आकांक्षा चतुर्वेदी और थाना प्रभारी दिनेश तिवारी के प्रयासों से यह अभियान सफलतापूर्वक चलाया गया।




