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एमपी में पीएचई मंत्री पर 1000 करोड़ रुपए कमीशन लेने का सनसनीखेज आरोप, जांच के आदेश जारी
कलयुग की कलम से रामेश्वर त्रिपाठी

एमपी में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग यानि पीएचई की मंत्री संपतिया उइके जांच के घेरे में आ गई हैं। विभाग ने उनके खिलाफ जांच का आदेश जारी कर दिया है। पीएचई के प्रमुख अभियंता (ईएनसी) संजय अंधवान ने यह आदेश जारी किया। पूर्व विधायक किशोर समरीते ने मंत्री संपतिया उइके की प्रधानमंत्री से शिकायत की थी। उन्होंने संपतिया उइके पर एक हजार करोड़ रुपए कमीशन लेने का आरोप लगाया। समरीते ने शिकायत में कहा कि जल जीवन मिशन के लिए केंद्र द्वारा दिए गए 30 हजार करोड़ रुपए में से मंत्री ने कमीशन की यह राशि ली। इसपर पीएमओ और केंद्र सरकार ने रिपोर्ट मांगी। इसके बाद पीएचई के प्रमुख अभियंता ने जांच के आदेश दे दिए हैं। विभाग के अधिकारी भी जांच के घेरे में हैं।
कार्यपालन यंत्रियों के माध्यम से कमीशन लिया
मंत्री संपतिया उईके ने जांच का आदेश जारी होने के बाद मामले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। इधर शिकायतकर्ता किशोर समरीते ने कहा है कि प्रधानमंत्री से शिकायत के बाद जांच के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि मंत्री संपतिया उईके ने विभाग के कार्यपालन यंत्रियों के माध्यम से कमीशन लिया।
प्रधानमंत्री को 12 अप्रैल 2025 को मामले की शिकायत
पूर्व विधायक किशोर समरीते ने प्रधानमंत्री को 12 अप्रैल 2025 को मामले की शिकायत करते हुए पत्र भेजा। उन्होंने इसमें लिखा कि मध्यप्रदेश में जल जीवन मिशन की केंद्र द्वारा दी गई 30 हजार करोड़ की राशि में मंत्री संपतिया उइके ने एक हजार करोड़ रुपए का कमीशन लिया है। किशोर समरीते ने ईएनसी बीके सोनगरिया पर भी अपने एकाउंटेंट महेंद्र खरे के माध्यम से कमीशन लेने का आरोप लगाया।

 
				 
					
 
					
 
						


