मध्यप्रदेश

पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री आदित्य प्रताप सिंह ने जिले मे पदस्थ समस्त राजपत्रित अधिकारियों एवं थाना प्रभारियों की ली अपराध समीक्षा बैठक

कलयुग की कलम से रामेश्वर त्रिपाठी

जबलपुर- पुलिस कंट्रोल रूम जबलपुर में पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री आदित्य प्रताप सिंह के द्वारा अपराध समीक्षा बैठक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर सुश्री सोनाक्षी सक्सेना, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध श्री समर वर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात श्री प्रदीप कुमार शेण्डे, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण श्री सूर्यकांत शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण श्रीमति सोनाली दुबे की उपस्थिति में ली गई। बैठक में जिले में पदस्थ समस्त राजपत्रित अधिकारी, थाना प्रभारी शहर एवं देहात तथा चौकी प्रभारी उपस्थित रहे।

पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री आदित्य प्रताप सिंह द्वारा बैठक में सर्वप्रथम थानो मे लंबित गम्भीर अपराध हत्या, हत्या का प्रयास, लूट, बलात्कार, धोखाधडी के 1-1 अपराध की समीक्षा की एवं थाना प्रभारियों से उक्त प्रकरण के लंबित होने का कारण जाना तथा निकाल के सम्बंध मे आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
चिन्हित गम्भीर अपराध में हर हाल में आरोपी को उसके किये की सजा होनी चाहिये, इस हेतु विवेचना मे किसी भी प्रकार की कोई ,त्रुटि न हो इसका ध्यान रखें। एफआईआर से लेकर गिरफ्तारी, चालान ही मुख्य कार्यवाही नहीं है, प्रकरण के विचारण के दौरान फालोअप करते हुये अपराधी को सजा दिलाये। महिला सम्बंधी अपराधों में 60 दिवस के अंदर करें अभियोग पत्र मान्नीय न्यायालय में प्रस्तुत करें। लंबित महिला सम्बंधी मर्ग की गम्भीरता से जांच करते हुये प्राथमिकता के आधार पर निकाल करें।
पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों के विरूद्ध लंबित विभागीय जांच के प्रकरणों मे भी समय-सीमा निर्धारित कर उनका निराकरण करने के निर्देश दिए गए।
माननीय उच्च न्यायालय से प्राप्त नोटिस/समंस/वारंट की तामीली हेतु टीम बनाकर समय पर तामीली करायें। थाने में कोई पीडित अपने आपको असहाय समझ कर आता है, उसकी अपेक्षा होती है कि जो भी कानूनी प्रावधानो के तहत कार्यवाही बनती है की जाये, आपका भी दायित्व बनाता है कि उसे सौहाद्रपूर्ण माहौल दे तथा पीडित की समस्या को ध्यान से शालीनता पूर्वक सुनें और तत्काल विधिसम्मत कार्यवाही करते हुये उसे राहत पहुंचायें। लंबित धारा 363 भादवि/137 (2) बीएनएस के प्रकरण में अपहृत अवयस्क बालक/बालिकाओं की हर सम्भव प्रयास कर दस्तयाबी हेतु निर्देशित करते हुये घटित हुये सम्पत्ति संबंधी अपराधों में चोरी गई सम्पत्ति की बरामदगी के हर सम्भव प्रयास करें इस हेतु पूर्व में पकड़े गये एवं जेल से रिहा हुये सम्पत्ति सम्बंधी अपराधियों से पूछताछ करते हुये उनकी गुजर बसर की जांच करें।
लंबित सी.एम. हैल्प लाईन की शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर त्वरित संतुष्टीपूर्ण निकाल करें। साथ ही सी.सी.टी.एन.एस. में सभी प्रकार की प्रविष्टियों को एवं रोड एक्सिडेंट के प्रकरणों का डाटा ‘‘आई रेड एप’’ (इंटीग्रेटिड रोड एक्सिडेंट डाटाबेस) में समय का विशेष ध्यान रखते हुये अपलोड करें।
लंबित एस.सी./एस.टी. के प्रकरणों की आपके द्वारा समीक्षा करते हुये निकाल के सम्बंध मे आवश्यक दिशा निर्देश दिये तथा आदेशित किया कि पीड़ित को तत्काल राहत राशि दिलाई जाये। 173 (8) एवं 299 जा.फौ. के प्रकरणों में फरार चल रहे आरोपी की पतासाजी करते हुये शीघ्र गिरफ्तारी करते हुए प्रकरणों का प्राथमिकता के आधार पर निकाल करायें।
इसके साथ ही आपने त्रिवार्षिक तुलनात्मक प्रतिबंधात्मक कार्यवाही 126/135 बीएनएसएस, 129 बीएनएसएस, जिला बदर, एन.एस.ए. (107/116 जाफो, 110 जा.फौ,.) एवं माईनर एक्ट (जुआ-सट्टा, आर्म्स एक्ट, आबकारी एक्ट, ) की विस्तार से समीक्षा करते हुये आदेशित किया कि शाम की गणना के पश्चात अधिक से अधिक बल के साथ थाना क्षेत्र के अपराध संभावित क्षेत्र एवं पूर्व में जहॉ पर चेन/मोबाईल स्नेचिंग एवं चाकू बाजी की घटनायें हुई है तथा एैसे सार्वजनिक स्थान जहॉ पर शराबखोरी होती है प्रभावी पैट्रोलिंग करते हुये मिलने पर वैधानिक कार्यवाही करें।
प्रकरणों में फरार एवं फारर घोषित ईनामी अपराधियों, फरार बदमाशेंा , वारंटियों की तलाश सघनता से की जाकर अधिक से अधिक वारंटो की तामीली की जावे। असामाजिक एंव अपराधिक तत्वों, सक्रीय निगरानी बदमाशों तथा गुण्डा तत्वो के आपराधिक रिकार्ड, को देखते हुये उनके विरूद्ध रिकार्ड के आधार पर प्रतिबंधात्मक कार्यवाही, एनएसए, जिला बदर, धारा 126/135 बीएनएसएस, 129 बीएनएसएस, (107/116 जाफो, 110 जा.फौ,.) के अंर्न्तगत कार्यवाही सुनिश्चित की जाये तथा जिन्होंने बंध पत्र का उल्लंघन किया गया है उन सभी के विरूद्ध शीघ्र 141 बी.एन.एस.एस. (122 जा.फौ.) के तहत कार्यवाही करें।
आपने सम्पत्ति सम्बंधी अपराधों की समीक्षा करते हुये कहा कि पंजीबद्ध सम्पत्ति सम्बंधी अपराधों में आरोपी की पतासाजी एवं चोरी गयी सम्पत्ति की बरामदगी के विशेष प्रयास किये जाये। पूर्व मे पकडे गये सम्पत्ति सम्बंधी अपराधियों की लगातार गुजर बसर की जांच करें, प्रायः देखा गया है कि इनके द्वारा ही घटनाये की जाती है।
शासकीय वाहनो में बलवा ड्रिल सामाग्री, टियर गैस, टार्च, वीडियो कैमरा, लाउड हेलर आवश्यक रूप से रखे, वाहन का पीए एवं सायरन सिस्टम चालू हालत मे हो यह सुनिश्चित करें। छोटी सी घटना की जानकारी भी लगती है तो तत्काल मौके पर पहुंचकर वैधानिक कार्यवाही करें, हमारी कार्यवाही निश्पक्ष होना चाहिये हमारा प्रमुख उद्देश्य शांति एवं सुरक्षा व्यवस्था बनाये रखना है इसमे किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही नहीं होना चाहिये। आपकी कार्यवाही से आम नागरिकों में पुलिस के प्रति सुरक्षा का भाव हो तथा असमाजिक तत्वों/गुण्डे बदमाशों में पुलिस का खौफ होना चाहिये।
अंत में आपने कहा कि आने वाले दिन कानून व्यवस्था की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है, आपके द्वारा ईद मिलादुन्नवी एवं गणेश उत्सव पर्व को लेकर थाना स्तर पर बैठकर ली गयी है उसमे यदि कोई ईश्यू आया हो तो चर्चा कर उसका तत्काल उचित समाधान करें। ईद मिलादुन्नवी के जुलूस के मार्ग पर स्थापित सार्वजनिक स्थानों पर जुलूस के दौरान समिति के सदस्य मौजूद रहें तथा पुलिस व्यवस्था लगायी जावे, सीसी टीव्ही कैमरा लगा हो सुनिश्चित करें। इसके साथ ही पैदल भ्रमण करते हुये जुलूस के मार्ग में अच्छी साफ सफाई एवं लाईट की व्यवस्था हो यह सम्बंधित विभाग से चर्चा कर सुनिश्चत करायें, साथ ही यदि कोई तार कम उंचाई पर है तो उसे व्यवस्थित करायें। जहॉ जहॉ पूर्व में विवाद हुये है, एैसे स्थानों पर निगाह रखें, क्षेत्र के संवेदनशील स्थानों पर फिक्स प्वाईट लगायें जायेगे, जो भी अधिकारी कर्मचारी लगाये जाये उन्हें ब्रीफ कर लगाये जाये।
सभी नगर पुलिस अधीक्षक अपने सम्बंधित एस.डी.एम. एवं थाना प्रभारी अपने सम्बंधित तहसीलदार के साथ संयुक्त रूप से थाना क्षेत्र मे भ्रमण करें, एैसे समय में कुछ अशांतिप्रिय एवं विध्नसंतोषी तत्व सक्रीय रहते है, जो जुलूस आदि के दौरान व्यवधान उत्पन्न करने का प्रयास करते है, एैसे लोगो पर सतत निगाह रखी जाये, भ्रमण करते हुये समाज के हर वर्ग के लोगो से आप सभी सम्वाद स्थापित करें, इससे आपको महत्वपूर्ण सूचनायें प्राप्त होंगी जो आने वाले दिनों में शांति एंव कानून व्यवस्था बनाये रखने में काफी उपयोगी होगी। एैसे आसमाजिक तत्व जिनके सम्बंध मे जरा भी अन्देशा है कि वे अशांति का वातावरण निर्मित कर सकते है चिन्हित करते हुये उनके विरूद्ध उनके अपराधिक रिकार्ड को दृष्टिगत रखते हुये तत्काल प्रभावी प्रतिबंधात्मक कार्यवाही करें। हमारा प्रमुख उद्देश्य आने वाले त्योहारो को शांति पूर्वक सम्पन्न कराना है, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होना चाहिये।

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