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स्कूलों में मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता पर सख़्त निगरानी ढीमरखेड़ा जनपद सीईओ व बीआरसी ने किया औचक निरीक्षण, छात्रों से ली प्रत्यक्ष जानकारी

कलयुग की कलम से राकेश यादव

स्कूलों में मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता पर सख़्त निगरानी ढीमरखेड़ा जनपद सीईओ व बीआरसी ने किया औचक निरीक्षण, छात्रों से ली प्रत्यक्ष जानकारी

कलयुग की कलम ढीमरखेड़ा – विद्यार्थियों के स्वास्थ्य व पोषण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए स्कूलों में संचालित मध्यान्ह भोजन योजना की गुणवत्ता पर अब कड़े मानक के साथ सतत निगरानी शुरू हो गई है। जिला पंचायत सीईओ सुश्री हरसिमरनप्रीत कौर के निर्देश के बाद जनपद पंचायत अधिकारियों की टीम निरंतर विद्यालयों में पहुंचकर भोजन व्यवस्था की समीक्षा कर रही है। इसी क्रम में बुधवार को जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री युजवेंद्र कोरी एवं बीआरसी ने संयुक्त रूप से शासकीय प्राथमिक शाला मुरवारी और देवरी में पहुंचकर विस्तृत निरीक्षण किया।

निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने भोजन के मेन्यू, स्वच्छता मानकों, भंडारण व्यवस्था और परोसने की प्रक्रिया का बारीकी से अवलोकन किया। छात्रों से सीधे संवाद कर भोजन के स्वाद, गुणवत्ता और उपलब्धता की जानकारी भी प्राप्त की गई। जनपद सदस्य दीपू बैरागी इस निरीक्षण में साथ रहे और विद्यालयों में भोजन वितरण एवं छात्र हितों से जुड़े विषयों पर उपयोगी सुझाव भी दिए।

सीईओ श्री कोरी ने शाला प्रभारी व स्व सहायता समूहों को निर्देशित किया कि मेन्यू के अनुसार ताज़ा, पौष्टिक व गुणवत्तायुक्त भोजन समय पर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने स्पष्ट कहा कि मध्यान्ह भोजन योजना बच्चों के पोषण स्तर को सुधारने की महत्वपूर्ण कड़ी है, इसलिए किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। साथ ही उन्होंने भोजन बनाते समय स्वच्छता, किचन प्रबंधन और सामग्रियों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के लिए निर्देश दिए।

निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने शिक्षकों से अध्यापन व्यवस्था के बारे में भी चर्चा की तथा शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने संबंधी सुझाव साझा किए। विद्यार्थियों से कक्षा में पढ़ाई, गतिविधियों व अनुशासन के विषयों पर भी फीडबैक लिया। टीम ने विद्यालय परिसर की साफ-सफाई, पेयजल व्यवस्था और बैठने की सुविधा का परीक्षण कर आवश्यक निर्देश दिए।

विद्यालयों में इस प्रकार का आकस्मिक निरीक्षण जहां स्कूल प्रबंधन में सतर्कता बढ़ा रहा है, वहीं बच्चों में भी भोजन व पढ़ाई के प्रति जागरूकता का वातावरण बन रहा है। जनपद प्रशासन ने भविष्य में अन्य शालाओं का निरीक्षण जारी रखने की बात कही है ताकि सभी छात्रों तक गुणवत्तापूर्ण मध्यान्ह भोजन और बेहतर शिक्षण व्यवस्था सुनिश्चित हो सके।

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