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रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से नई दिल्ली शताब्दी एक्सप्रेस में धुआं फैलने से मचा हडकंप, इमरजैंसी ब्रेक लगाकर रोकनी पड़ी ट्रेन, पढ़े क्या है मामला

कलयुग की कलम से रामेश्वर त्रिपाठी की रिपोर्ट

भोपाल- शताब्दी एक्सप्रेस में उस समय बड़ा हादसा टल गया जब सी-7 कोच में आग की घटना से हड़कंप मच गया। धुआं निकलने से बोगी में अफरा-तफरी मच गई। बताया जाता है कि यदि यह आग फैल जाती तो बड़ा हादसा हो सकता था। टिकट चेकिंग के लिए पहुंचे मनीष दुबे की सूझ-बूझ से बड़ा हादसा टल गया।
रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से दिल्ली जाने वाली शताब्दी एक्सप्रेस में बड़ा अग्नि हादसा होने से पहले ही टल गया। रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से निकलने के बाद ट्रेन के सी-7 कोच में धुआं फैलने लगा। यात्रियों ने इसकी जानकारी कोच में टिकट चेकिंग के लिए पहुंचे टिकट इंस्पेक्टर मनीष कुमार दुबे को दी। दुबे ने धुआं निकलने का कारण जानने के लिए आसपास मौजूद सभी उपकरण का निरीक्षण किया।
इस दौरान पाया गया कि ट्रेन की वातानुकूलित सिस्टम को कंट्रोल करने वाले एक पैनल के अंदर से वायर जलने की बदबू आ रही थी। जैसे ही एक पैनल को खोलकर देखा गया उसमें से धुएं का गुबार बाहर आ गया और ट्रेन के स्मोक अलार्म सिस्टम जोर-जोर से बजने लगे। इस घटना के बाद बोगी में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। कई यात्री घबराकर इधर-उधर, भागने लगे। घटना की गंभीरता को देखते हुए तत्काल ट्रेन के इमरजेंसी ब्रेक लगवाकर इसे रोका गया।

चूहों के कारण हादसा

ट्रेन की यह घटना रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से भोपाल रेलवे स्टेशन के बीच हुई। जब शताब्दी एक्सप्रेस भोपाल स्टेशन पर पहुंची। रेलवे इंजीनियरिंग स्टाफ ने मौके पर पहुंचकर एसी पैनल को खोलकर मरम्मत का काम शुरू किया। पैनल के अंदर तीन चूहे मरे पाए गए। संभवत: इन्हीं की वजह से शॉर्ट सर्किट हो गया था। भोपाल स्टेशन पर ट्रेन को रोक कर इसकी बारिकी से जांच की गई। इंजीनियरिंग दल ने एसी पैनल को दोबारा ठीक किया, जिसके बाद ट्रेन को आगे जाने की अनुमति दी गई। रेलवे ने टिकट इंस्पेक्टर मनीष कुमार दुबे की जागरूकता की सभी प्रशंसा कर रहे हैं।

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