पर्यटनमध्यप्रदेश

बांधवगढ टाईगर रिजर्व में हाथी महोत्सव का हुआ आगाज, सात दिवस तक हाथियों की चलेगी पिकनिक

कलयुग की कलम से रामेश्वर त्रिपाठी की रिपोर्ट

उमरिया- जिले में बाघो के गढ़ बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बाघ के साथ दूसरे वन्य प्राणियों का भी प्रबंधन पूरा ध्यान रखता है। बांधवगढ टाईगर रिजर्व स्थित हाथी कैंप में हाथी महोत्सव का शुभारंभ पीसीसीएफ वाईड लाईफ व्हीन एन अमबडे ने किया। हाथियों को सुबह से नहलाने सजाने के साथ ही विभिन्ना प्रकार के फल गन्नो ,नारियल और गुड दिया खिलाया गया। हाथियों से एक सप्ताह तक कोई काम नही लिया जाएगा ।

सात दिन हाथियों की दिनचर्या में सुबह हाथियों को अच्छे से नहलाया जाता है। फिर नीम और अरंडी के तेल की मालिश की जाती है।सभी हाथियों की सजावट की जाती है। फिर मनपसंद व्यंजन दिये जाते हैं। रोटी खिलाकर जंगल में आराम से विचरण करने के लिए आजाद छोड़ दिया जाता है।

बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में हाथी महोत्सव में सात दिन विशेष भोजन और आवभगत होती है। जिसमें हाथियों को फल,गन्ना,गुड,नारियल और रोटी दी जाती है। हाथियों को केला,अमरूद,पानी वाला नारियल,गन्ना,मौसमी फल,मक्का और रोटी दी जाती है। 10 रोटी दी जाती है। एक रोटी एक किलो की होती है। हाथी महोत्सव में आस पास के क्षेत्रों के ग्रामीण परिवार के साथ ताला गेट के रामा कैंप पहुंचते हैं, और हाथियों को फल खिलाते हैं। हाथियों को साथ फोटो खिंचवाते हैं तथा हाथियों की दिन चर्या को जानते हैं।

बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन का हाथी महोत्सव का उद्देश्य हाथियों और उनके महावतों को आराम देना है। साथ ग्रामीण भी हाथी के बारे में समझें। इसी के लिए हाथी महोत्सव में सबके लिए प्रवेश रहता है। ताकि ग्रामीण हाथियों के व्यवहार से परिचित हो सके और वन्य प्राणियों के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में फैली भ्रांतियां दूर हो सके।

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